मोर्चरी में रखे शवों की दुर्गंध से जीना दूभर
वाराणसी(रणभेरी)। कबीरचौरा अस्पताल के मोर्चरी में क्षमता से अधिक लावारिस शवो को रखने से स्थिति बदतर हो गई है। आलम यह है कि शवो से उठ रहे दुर्गंध के कारण मरीजों सहित आसपास के लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। विगत हो कि बीते कुछ समय से वाराणसी का तापमान लगातार 40 से 47 डिग्री के बीच रह रहा। ऐसे में गर्मी से लोग बेहाल हैं। भीषण गर्मी के कारण कई जगह लावारिस शव पाए जा रहे हैं जिसका कारण लू बताया जा रहा। लावारिस शवों को कबरीचौरा अस्पताल की मोर्चरी में रखा जा रहा है। आलम यह है कि जहां चार या पांच शवों के रखने की जगह में इस समय 10 से 15 शव रखी जा रही है। शवो के शिनाख्त न होने की वजह से शव मोर्चरी में रखे-रखे डी कम्पोज हो रही है। शवो के सड़ने के कारण पूरे अस्पताल परिसर में शव की दुर्गंध फैल रही। इतना ही नहीं शव का दुर्गंध हवे के कारण आसपास के दुकानदारों तक पहुंच रही है जिससे मरीजों सहित व्यापारियों का भी जीना दुश्वार हो गया है। अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले लोग अपना मुंह बंद कर पर्ची कटवाने की लाइन में लगते हैं। पास में ही दुकान चलाने वाले लोग भी इससे परेशान हैं। दुकानदारों का कहना है कि दुर्गन्ध से जीना मुहाल है। क्षमता से अधिक शव रखने से बढ़ी दुश्वारियां : इस संबंध में कबीरचौरा मंडलीय चिकित्सालय और मोर्चरी की देखरेख करने वाले से जानकारी ली गई तो बताया कि अस्पताल के मोर्चरी में रोजाना दस शव आ रहे हैं। बताया कि आम दिनों में रोजाना यहां 4 से 5 शव लावारिस आते हैं। इधर बीच गर्मी बढ़ने से कई शव रोजाना आ रहे हैं। कभी 10 तो कभी 7 शव आ रहे हैं। आम दिनों में ऐसा नहीं होता है। गर्मी से परेशान होकर मरने वाले भी इधर बीच आ रहे हैं। मोर्चरी में 6 फ्रीजर हैं, इसके अलावा दो और हैं। इनमें लावारिस शवों को 72 घंटे के लिए प्रिजर्व किया जाता है। आज कल 15 से 16 शव हो जा रहे हैं। उसी में किसी तरह स्ट्रेचर पर रखे जा रहे हैं। 6 बॉक्स में हैं और कुछ स्ट्रेचर और जमीन पर हैं। इसमें कई एक्सीडेंटल हैं पर ज्यादा गर्मी से ही मरने के बाद ही आ रहे हैं। मोर्चरी में शवों की संख्या ज्यादा होने पर शवों को एक के ऊपर एक फ्रीजर में रखा जा रहा है। अस्पताल के चीफ मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि 'कबीरचौरा मंडलीय जिला चिकित्सालय में मोर्चरी में शव को रखने के लिए 4 फ्रीजर रखे गए हैं। क्षमता भी 4 की है। पिछले कई दिनों से गर्मी का प्रकोप बढ़ा है। ऐसे में लगातार शव आ रहे हैं। इनमें कई लावारिस हैं। जो गर्मी की वजह से स्मेल कर रहे हैं। सीएमएस ने बताया कि लावारिस लाशों को पुलिस नियमानुसार 72 घंटे तक शिनाख्त का प्रयास करती है। उसके बाद ही उसे डिस्पोज किया जाता है। अत्यधिक गर्मी के कारण लाशें ज्यादा हो गईं हैं। उनका डिस्पोज नहीं हो पा रहा है। ऐसे में वो डीकम्पोज होना शुरू हो गई है।
सपा नेता ने मर्चरी से उठ रहे दुर्गंध को लेकर महानिदेशक को सूचित किया
शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय जिला चिकित्सालय में कई दिनो से लावारिस शवो से उठ रहे दुर्गंध को लेकर सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल के अधिकारीयो से मुलाकात कर रोष व्यक्त किया । उन्होने उ प्र के स्वास्थ महानिदेशक (डीजी हेल्थ ) को पत्र लिखकर कारवाई की मांग किया है। उन्होने अपर स्वास्थ महानिदेशक से भी वार्ता कर कबीरचौरा अस्पताल के मर्चरी हाउस से रखे गए शवो से उठ रहे दुर्गंध के बारे मे अवगत कराया। सपा नेता विष्णु शर्मा से कबीर चौरा अस्पताल के दवा व्यवसाय से जुडे लोगो ने सपा नेता विष्णु शर्मा को बताया कि एक सप्ताह से कबीर चौरा अस्पताल के मर्चरी हाउस मे आवश्यकता से अधिक शव रखे जाने के कारण शव से दुर्गंध से जीना दुश्वार हो गया है ।दुर्गंध परिधि के एक किलोमीटर के आसपास के होने से आमजन त्रस्त है। व्यापारीयों की शिकायत पर सपा नेता विष्णु शर्मा ने अपर स्वास्थ महानिदेशक से वार्ता कर जल्द से जल्द मर्चरी हाउस मे रेफ्रिजरेटर बढ़ाने की मांग के साथ साथ शव से उठ रहे दुर्गंध को मर्चरी हाउस मे साफ सफाई की व्यवस्था करने की मांग की। एवं उप्र के स्वास्थ महानिदेशक को पत्र भेजकर रेफ्रिजरेटर की संख्या बढ़ाकर रखने की उचित कार्रवाई की मांग की। अधिकारीयों से मुलाकात करने वालो मे प्रमुख रूप से सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा, संतोष कुमार श्रीवास्तव, टिकू अरोड़ा, रूबी जायसवाल, आनंद बरनवाल, बिनोद केशरी आदि लोग उपस्थित थे।