राष्ट्रपति, पीएम, शिक्षा मंत्री को भेजा खून से लिखा खत
- सीएचएस प्रवेश में लॉटरी सिस्टम खत्म करने की उठाई मांग
वाराणसी (रणभेरी): काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों ने CHS में लॉटरी सिस्टम से एडमिशन को खत्म करने के लिए बड़ा अनोखा कदम अख्तियार किया। करीब दो दर्जन से अधिक छात्रों के खून से लिखा खत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पोस्ट कर दिया गया है। इस भेजे गए पोस्टकार्ड खत में CHS स्कूल की विशिष्टता और लॉटरी सिस्टम की गड़बड़ियों को बताया गया है। छात्रों ने इस खत के माध्यम से राष्ट्रपति से गुहार लगाई है कि आप बीएचयू के विजिटर होने के नाते इस प्रकरण में हस्तक्षेप करें और सीएचएस प्रवेश परीक्षा को तत्काल बहाल कराने का निर्देश दें। राष्ट्रपति को चिट्ठी भेजने के साथ ही आंदोलित छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और बीएचयू के कुलपति प्रो सुधीर कुमार जैन को भी खून से लिखा खत भेजा और यह मांग रखी कि सीएचएस की 126 साल पुरानी गरिमा को अक्षुण्ण रखी जाए।
इस दौरान बीएचयू छात्र परिषद के पूर्व महासचिव डॉ विकास सिंह ने कहा कि लॉटरी प्रणाली से दाखिला समाज के गरीब वंचित और मेधावी छात्रों की प्रतिभा के साथ मजाक है, यह प्रणाली अन्यायपूर्ण और दोषपूर्ण है, इसका नकारात्मक असर सीएचएस जैसे संस्था की गुणवत्तापरक शिक्षा पर भी पड़ेगा। राणा रोहित ने कहा कि प्रशासन हमारी मांग को लगातार अनसुना कर रहा है, अब हम सभी आंदोलित छात्र जल्द ही अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे और जरूरत पड़ी तो भूख हड़ताल व आमरण अनशन भी करेंगे। इस दौरान डॉ विकास सिंह, रोहित कुमार, अभिनव मणि त्रिपाठी, कपीश्वर मिश्रा, प्रशांत पाण्डेय, आदर्श गौतम, बिशेश शाह आदि छात्र मौजूद रहें।