महिला की हत्या कर शव को झाड़ियों में फेंका

महिला की हत्या कर शव को झाड़ियों में फेंका

वाराणसी (रणभेरी सं.)। ई-रिक्शा चालक की करतूत ने लोगों को चौंका कर रख दिया। ई-रिक्शा से मरीज को देखने जा रही महिला को चालक ने अगवा कर उसका सिर ईंट-पत्थर से कूंचकर बेरहमी से हत्या कर दी। चालक ने गहने, मोबाइल और नकदी लूटने के लिए वारदात को अंजाम दिया। हालांकि पुलिस की सक्रियता से 24 घंटे में ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।  रमना फेज-2 स्थित शिवधाम नगर कॉलोनी से डाफी स्थित एक अस्पताल के लिए ई-रिक्शा से मरीज देखने जा रही स्मिता शर्मा (53) को चालक ने अगवा कर लिया। रमना स्थित कूड़ा प्लांट के पीछे झाड़ी में ई-रिक्शा ले जाकर चालक ने स्मिता का सिर ईंट-पत्थर से कूंचकर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद उनकी सोने की चेन, एक बाली व अंगूठी और नकदी लूट ली। छीनाझपटी में एक कान की बाली घटनास्थल पर ही गिर गई थी।

भगवानपुर निवासी ई-रिक्शा चालक रवि वनवासी की निशानदेही पर रविवार को लंका थाने की पुलिस ने स्मिता का शव बरामद किया। इसके बाद उसके घर से स्मिता की चेन, एक बाली व अंगूठी, मोबाइल और ई-रिक्शा बरामद कर उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मामले में रवि के दो साथियों की भूमिका को संदिग्ध मान कर पुलिस उनसे भी पूछताछ कर रही है। चंदौली के चकिया क्षेत्र के अमरा गांव की मूल निवासी स्मिता शर्मा के पति कमलदीप शर्मा की कोरोना काल में मौत हो गई थी। वह शिवधाम नगर कॉलोनी में आठ महीने से किराये पर मकान लेकर रह रहीं थीं। बनपुरवा इलाके में उनका घर बन रहा था। उनका इकलौता बेटा निखिल शर्मा लखनऊ में नौकरी करता है और बेटी कनिका घर पर रह कर एमबीए की पढ़ाई करती है। डाफी स्थित एक निजी हॉस्पिटल में स्मिता की परिचित भर्ती हैं। उन्हें देखने के लिए वह शनिवार की सुबह 11 बजे घर से निकलीं। मलहिया तक वह ई-रिक्शा से आईं। फिर, दूसरे ई-रिक्शा पर सवार हुईं। इसके बाद उनका पता नहीं लगा।
लूटा हुआ मोबाइल बेचने गया और फंस गया
हत्या के बाद शनिवार की शाम सामने घाट स्थित एक दुकान में रवि वनवासी स्मिता का मोबाइल बेचने गया था। दुकानदार को रवि संदिग्ध प्रतीत हुआ तो उसने उसकी और उसके ई-रिक्शा की वीडियो रिकॉर्डिंग कर लंका थानाध्यक्ष को सूचना दी। ई-रिक्शा के रजिस्ट्रेशन नंबर की मदद से लंका थानाध्यक्ष ने उसके मालिक से संपर्क किया। मालिक ने बताया कि रवि रात में ई-रिक्शा लेकर आता है। पुलिस रवि के आने का इंतजार करने लगी और जैसे ही वह पहुंचा उसे पकड़ लिया। रवि से पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो वह अपनी बातों में उलझाने लगा। यहां तक कि खुद को उसने एड्स का मरीज तक बताया। ताकि उसके साथ पुलिस सख्ती से पेश न आए। 15 घंटे से ज्यादा समय तक हुई पूछताछ के बाद उसने अपना जुर्म कबूला। उसने बताया कि महिला जब ई-रिक्शा पर सवार हुई तो उनके गहने देख उसे लगा कि पर्स में भी तगड़ी रकम होगी। इस पर वह उन्हें रमना कूड़ा प्लांट की ओर लेकर चल दिया। उन्होंने पूछा कि किस रास्ते से चल रहे हो तो उसने कहा कि हाईवे पर काम चल रहा है, इसलिए वह उन्हें दूसरे रास्ते से कम समय में पहुंचा देगा। बताया कि रमना कूड़ा प्लांट के पीछे ई-रिक्शा खड़ा करते ही उसने स्मिता के सिर पर ईंट-पत्थर से ताबड़तोड़ वार करना शुरू कर दिया। फिर, उनके गहने और पर्स से नकदी निकाल कर उनका शव लगभग 50 फीट दूर तक घसीटकर झाड़ी में छिपा दिया।

ई रिक्शा चालक यूनियन ने की अपराध की निंदा, कार्रवाई की मांग

अखिल भारतीय ई-रिक्शा चालक यूनियन ने हाल ही में एक दुखद घटना की निंदा की है, जिसमें एक टोटो चालक ने एक अस्पताल जा रही महिला की लूट और हत्या कर दी। यह घटना हमारे समाज के लिए अत्यंत चिंताजनक है। अखिल भारतीय ई-रिक्शा चालक यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण काशी ने कहा की ई-रिक्शा चालक समाज के सहयोगी हैं, जो मेहनत से परिवार पालते हैं और जरूरतमंदों की मदद करते हैं। बिना किसी प्रतिफल की अपेक्षा के, हम टोटो चालक बनारस के बुजुर्गों, बीमारों और छात्रों की सहायता करते हैं। यही हमारे संस्कार और संस्कृति हैं। लेकिन जब कोई व्यक्ति आपराधिक कृत्य करता है, तो उसे कानून के अनुसार दंडित किया जाना चाहिए। अखिल भारतीय ई-रिक्शा चालक यूनियन ऐसे व्यक्तियों के साथ नहीं है और उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग करती है। हम सभी ई-रिक्शा चालकों से अपील करते हैं कि वे ऐसे व्यक्तियों से दूरी बनाए रखें और स्थानीय पुलिस स्टेशन को सूचित करें। हम इस अपराधी को सजा देने की मांग करते हैं और समाज की शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।