International Yoga Day 2022 : शिव की नगरी काशी में हजारों साधकों और योगाचार्यों ने एक साथ किया योग, घाटों पर आयोजित हुआ कार्यक्रम
वाराणसी (रणभेरी): भारत समेत दुनिया भर में 21 जून को 8वां अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) मनाया गया है। इस दुनियाभर में लोग इकट्ठा होकर जगह-जगह योग करते हैं और योग के प्रति जन मानस में जागरुकता फैलाने का काम करते हैं। दरअसल शरीर को निरोगी रखने के लिए योग बहुत ही जरूरी है। योग से मनुष्य स्वस्थ रहता है, साथ ही फिट रहकर वो लंबे जीवन को प्राप्त करता है। भगवान शिव की नगरी काशी में योग की परंपराएं सदियों नहीं बल्कि युगों पुरानी हैं। अब योग दिवस के मौके पर सुबह सूर्योदय के साथ ही योग करके निरोग रहने की कामना के साथ ही गंगा तट और गंगा घाट के साथ ही पार्कों और घरों पर लोगों ने योगासन किए और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए शरीर को योग के प्रति समर्पित किया।
योग दिवस पर सुबह 6 बजे से सभी गंगा घाटों, विश्वविद्यालयों के परिसर, स्कूल-कॉलेज और मदरसों, पुलिस-सेना और अर्धसैनिक बलों के कैंपस, पार्कों, कॉलोनियों, हाउसिंग सोसाइटी, थानों और सरकारी विभागों के कार्यालयों से लेकर हर जगह लोग योगाभ्यास करते दिखे।मुख्य आयोजन राजघाट स्थित मालवीय पुल के पास नमो घाट पर हुआ। मुख्य अतिथि पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि इस योग दिवस की थीम मानवता के लिए योग घोषित की गई है। योग सुंदर जीवन जीने का मार्ग है। हम सभी को अपने शरीर को निरोग रखने के लिए रोजाना योगाभ्यास करना चाहिए।
आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे समारोह में आजादी के अमृत महोत्सव की झलक देखने को मिली। नमो घाट पर हुए मुख्य आयोजन में नाव को जेटी से बांधकर 75 की आकृति बनाई गई। वहीं रंग बिरंगे गुब्बारों को भी इसी आकार में सजाया गया। सभी घाटों पर विशेष आयोजन हुए। जिसमें लोगों ने बढ़ चढ़कर भागीदारी की। केंद्र सरकार की पहल पर 75 मंत्री, देश की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थानों पर योग करते हुए नजर आए। इस कड़ी में धर्म की नगरी काशी में प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह शामिल हुए। इसके अलावा प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सरकारी विभागों के कर्मियों और देशी, विदेशी पर्यटक भी इस पल के गवाह बने। दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्र के पंचायत भवनों में भी योग किया गया।बीएचयू प्रबंधन शास्त्र व भारत अध्ययन केंद्र के तत्वाधान में योग शिविर का आयोजन हुआ। जिसमें लोगों को निरोग रहने के लिए योग का महत्व बताया गया। अस्सी घाट से लेकर तुलसी घाट तक योग को लेकर पदयात्रा निकाली गई।तिब्बती संस्थान की ओर से सारनाथ स्थित उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान पार्क में योगाभ्यास हुआ। इसके अलावा बरेका, सिगरा स्टेडियम, ग्राम पंचायतों के साथ नागरिक सुरक्षा संगठन के वार्डेन और स्वयंसेवकों ने हनुमान गढ़ी घाट पर योगाभ्यास किया।
विश्व योग दिवस की पूर्व संध्या पर सोमवार को जनता हिताय समिति संस्था की ओर से सूरजकुंड स्थित एसबीएस इंटर कॉलेज में कार्यक्रम हुआ। मुख्य अतिथि डॉ. प्रीति अग्रवाल, रविनंदन तिवारी व प्रकाशनाथ योगेश्वर शामिल रहे। वहीं, नई सुबह मानसिक स्वास्थ्य व व्यवहार विज्ञान संस्थान की ओर से कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डिप्टी डायरेक्टर रविंद्र आचार्य रहे।