बिना साइड इफेक्ट के पूरी तरह सुरक्षित है होमियोपैथी दवा: राजलक्ष्मी राय
वाराणसी (रणभेरी): 267वां हैनिमैन जयंती समारोह, आई.एच.ओ. शाखा द्वारा कैण्ट स्थित एक होटल में विश्व होमियोपैथी दिवस मनाया गया, जिसमें मुख्य अतिथि डॉ. दयाशंकर मिश्र (दयालु गुरु) (राज्य मंत्री: आयुष , खाद्य एवं औषधी प्रशासन, स्वतंत्र प्रभार, उत्तर प्रदेश सरकार) , विशिष्ट अतिथि डॉ.जे.एन. सिंह रघुवंशी (राष्ट्रीय अध्यक्ष, आई. एच.ओ. एवं सदस्य, उत्तर प्रदेश, होमियोपैथिक मेडिसीन बोर्ड), एवं प्रोफेसर मनोज यादव निदेशक, होमियोपैथी, उत्तर प्रदेश रहे। उक्त कार्यक्रम में उदघाटनकर्ता डॉ. शिवनाथ यादव (निदेशक- भारत इलेक्ट्रिानिक्स लि. रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार), की गणमान्य उपस्थिति रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. दिनेश त्रिपाठी (जिला अध्यक्ष, आई.एच.ओ. शाखा, वाराणसी) द्वारा किया गया।
उक्त अवसर पर डॉ. राजलक्ष्मी राय ने मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र को पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया। राजलक्ष्मी राय ने कहा कि होमियोपैथी दिवस पर हमनें सरल व्यक्तित्व के धनी मुख्य अतिथि डॉ. दयाशंकर मिश्र का फूलों का गुच्छ देकर स्वागत किया है। आशा है कि आने वाले भविष्य में होमियोपैथी चिकित्सा आमजन के लिए कारगर, सस्ती और लाभान्वित साबित होंगे। राजलक्ष्मी राय ने बताया कि आज की तारीख में पूरी दुनिया में 30 करोड़ से ज्यादा लोग होम्योपैथी में भरोसा करते हैं। एलोपैथी जहां बीमारियों का पता लगाने, जांच करने का सबसे विश्वसनीय तरीका है, वहीं बीमारी को दबाने की बजाय उसे जड़ से खत्म करने के लिए होम्योपैथी आज भी ज्यादा भरोसेमंद मानी जाती है। उन्होंने बताया कि होम्योपैथी एक पूरी तरह सुरक्षित चिकित्सा पद्धति है।
एलोपैथी के उलट इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। अंग्रेजी मेडिसिन में आप जिस भी बीमारी के इलाज के लिए जिस भी दवा का सेवन करते हैं, उसका कोई न कोई साइड इफेक्ट जरूर होता है। ट्यूबरकुलोसिस की दवा टीबी का इलाज तो करती है, लेकिन साथ ही लिवर पर भी नकारात्मक असर डालती है। माइग्रेन के लिए ली जा रही दवा का साइड इफेक्ट ये है कि ये रक्त को पतला करती है। किसी भी तरह के दर्द के लिए हम जो पेनकिलर लेते हैं, वो पेनकिलर शरीर की इम्युनिटी को कमजोर कर रहा होता है। लेकिन होम्योपैथी के साथ ऐसा नहीं है। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं