Holi 2023 : रंगभरी एकादशी पर रेशम से बनी अकबरी पगड़ी में जाएंगे मां गौरा का गौना लेने बाबा विश्वनाथ, तैयारियां जोरों पर
वाराणसी (रणभेरी): रंगभरी एकादशी के दिन बाबा विश्वनाथ रेशमी पगड़ी पहनकर मां गौरा का गौना कराने जाएंगे। बाबा की पगड़ी बनकर तैयार हो गई है। इस बार रंगभरी एकादशी तीन मार्च को है। इस दिन बाबा विश्वनाथ खास पगड़ी को पहनकर मां गौरा का गौना लेने जाते हैं। जहां से काशी में होली की शुरुआत हो जाती है। गौना लेने जाने के लिए इस बार बाबा विश्वनाथ की खास वेशभूषा होगी। बाबा का विशेष श्रृंगार करने के साथ ही रेशम व जरी के बनी अकबरी पगड़ी पहनाई जाएगी। ये पगड़ी काशी के लल्लापुरा इलाके में रहने वाले कारीगर गयास अहमद ने बाबा की शानदार पगड़ी तैयार की है। पिछले ढाई सौ साल से यही परिवार पांच पीढ़ी से बाबा की पगड़ी बना रहा है।
गयास अहमद ने बताया कि रेशम से अकबरी पगड़ी तैयार की गई है। पूरे परिवार ने मिलकर बाबा की पगड़ी बनाई है। बाबा का बहुत आशीर्वाद व कृपा है कि उन्होंने अपनी नगरी में बसाया। हर साल रंगभरी एकादशी पर बाबा जब गौना लेने जाते हैं तो उन्हें हम यह पगड़ी पेश करते हैं। इस बार पूर्व महंत के आवास से बाबा विश्वनाथ सपरिवार लाल रंग की राजशाही पगड़ी पहनकर अपने राजसी वेश में काशी की गलियों में निकलेंगे।
रंगभरी एकादशी पर बाबा विश्वनाथ जिस पगड़ी को पहनकर काशी की गलियों में निकलते हैं, वह हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है। गयासुद्दीन पगड़ी बनाते हैं और नंदलाल अरोड़ा इस पगड़ी को सजाते हैं। गयासुद्दीन के पूरे परिवार ने पगड़ी को तैयार करने में सहयोग किया है।नंदलाल ने बताया कि उनके दादा स्व. मुकुंद लाल अरोड़ा ने पगड़ी सजाने का काम किया था। इसके बाद पिता स्व. कृष्ण लाल अरोड़ा ने इस जिम्मेदारी को संभाला था। हमारे बाद छोटे बेटे मोहित दास इस जिम्मेदारी को संभालेंगे।