सेंट जॉन्स मड़ौली की सड़क का हाल-बेहाल, गहरे हुए गड्ढे
वाराणसी (रणभेरी सं.)। सेंट जॉन्स मड़ौली रोड के मुख्य सड़क पर गहरे गड्ढे और सड़क पर बहता गन्दा पानी हादसों को दावत दे रहा है।व्यस्त इलाके की इस सड़क पर गड्ढों ने लोगों की परेशानी को और बढ़ा दिया है।क्षेत्रीय लोगों के अनुसार बारिश के दौरान जलभराव होने से ये गड्ढे और भी ज्यादा खतरनाक हो जाते हैं।खासकर दो पहिया, आॅटो और ई-रिक्शा वाहन के पलटने से लोग आये दिन घायल हो जाते हैं। तमाम शिकायतों के बावजूद अफसर इस समस्या के प्रति लापरवाह बने हुए हैं।सड़क निर्माण और मरम्मत समेत देखभाल के लिए जिम्मेदार विभाग वर्षों से मुंह फेरे हुए है। इसमें नगर निगम, पीडब्लूडी विभाग शामिल हैं।
मड़ौली के पार्षद मोती लाल उर्फ घासी पटेल ने बताया कि दोनों विभाग सड़क निर्माण और मरम्मत पर सलाना अच्छा खासा बजट खर्च कर रहे हैं,इसके बाद भी गड्ढों में ही सड़क मिल रही है।बताया कि उन्होंने नगर निगम को पत्रक सौंपा है लेकिन अभी तक नतीजा शून्य है।परचून के दुकानदार जोगेंद्र तिवारी ने व्यंग्य करते हुए बताया कि अब यह गड्ढे वाहनों के लिए स्पीड ब्रेकर के रूप में काम कर रहा है। ड्राई क्लीनर शॉप संचालक राजू कन्नौजिया ने कहा कि बगल में सेंट जॉन्स स्कूल के हजारों बच्चे पढ़ने आते हैं, रोज सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं।किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।इसी रोड पर मडुवाडीह थाने की मड़ौली चौकी भी है।चौकी इंचार्ज राहुल सिंह ने बताया कि आये दिन टोटो गाड़ी इस उबड़-खाबड़ सड़क पर पलट जाती है।बताया कि उन्होंने जनसहयोग से इस सड़क के गड्ढों में मलवा डलवाया था लेकिन सीवर लाइन की व्यवस्था न होने के कारण घरों का पानी सड़क पर ही बहता रहता है,जिससे सड़क जगह-जगह से खराब हो जा रही है। बताया कि सेंट जॉन्स मड़ौली रोड,बीएलडब्लु जाने का शॉर्टकट मार्ग है।
इससे लगायत कंचन विहार कॉलोनी, सेंट जॉन्स कॉलोनी,यमुना लेन,मड़ौली नई बस्ती के हजारों लोगों का आवागमन प्रतिदिन होता है।इस रास्ते से सेंट जॉन्स स्कूल में कक्षा दो में पढ़ने वाली बच्ची शिक्षा को विद्यालय पहुँचाने वाली स्मिता शर्मा ने बताया कि जब हम? गाड़ी खरीदते हैं तो रोड टेक्स देते हैं तो इसका अर्थ हुआ कि हमारी गाडी रोड पर चलने के लिए योग्य है। और हमारी गाडी चलने फिरने के लिए रोड बनाने के लिए सरकार की जिम्मेदारी है।सड़क न बनाने पर सम्बंधित विभाग पर स्थानीय थानेदार को ही मुकदमा दर्ज कराना चाहिए। क्योंकि सम्बंधित विभाग की लापरवाही से राहगीर खुद को असुरिक्षत महसूस करते हैं।
स्मिता शर्मा-अभिभावक
मोतीलाल- मड़ौली पार्षद
राजू कन्नौजिया-ड्राई क्लीनर
जोगेंद्र तिवारी- दुकानदार