दिवाली पर जनता को तोहफा, एक झटके में 5 रुपए सस्ता हुआ पेट्रोल

दिवाली पर जनता को तोहफा, एक झटके में 5 रुपए सस्ता हुआ पेट्रोल

(रणभेरी): दिवाली से ठीक एक दिन पहले केंद्र सरकार ने आम लोगों को बड़ी राहत दी। पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार कई दिन की बढ़ोतरी से त्रस्त जनता को केंद्र सरकार ने बुधवार को अचानक दिवाली गिफ्ट दे दिया। दिवाली से एक दिन पहले सरकार ने पेट्रोल पर 5 रुपए और डीजल पर 10 रुपए एक्साइज ड्यूटी कम करने का ऐलान किया। केंद्र की ओर से कीमतों में कमी के बाद नई कीमतें आज से लागू हो गई हैं। 

केंद्र ने राज्यों से भी वैट कम करने की अपील की। इसके बाद असम ने सबसे पहले वैट में कटौती की। केंद्र की अपील का असर भाजपा की अगुआई वाले NDA शासित बाकी राज्यों पर दिखा और देर रात तक कुल 10 राज्यों ने वैट की दरों में कटौती की घोषणा कर दी। इनमें उत्तर प्रदेश, गुजरात, बिहार, उत्तराखंड, हरियाणा, गोवा, कर्नाटक, असम, मणिपुर और त्रिपुरा शामिल हैं। 

मध्यप्रदेश सरकार ने देर रात तक वैट दर में कटौती की घोषणा नहीं की, इसके बावजूद राज्य में पेट्रोल पर 6.50 रुपए और डीजल पर करीब 12.50 रुपए की कमी आई है। मध्यप्रदेश पेट्रोल पंप एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि बेस प्राइस कम होने से इसका असर पड़ता है। सभी शहरों में पेट्रोल-डीजल की मौजूदा कीमतों में इतनी ही कमी आ गई है। उदाहरण के लिए भोपाल में कल तक पेट्रोल 118.83 रुपए था। आज यह 112.56 पैसे हो गया है। वहीं, डीजल की कीमत 107.90 रुपए थी। यह आज 95.40 रुपए हो गई है।

इससे पेट्रोल पर एक्साइज करीब 65% बढ़कर 19.98 रुपए से 32.98 रुपए हो गया था, जबकि डीजल करीब 79% बढ़कर 15.83 रुपए से 28.35 रुपए प्रति लीटर हो गया था। इसकी बदौलत केंद्र सरकार ने इस साल अप्रैल से सितंबर तक पेट्रोल-डीजल की एक्साइज ड्यूटी से 1.71 लाख करोड़ रुपए कमाए, जो कोविडकाल से पहले इन्हीं महीनों की कमाई से 70% ज्यादा है। वही पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल अप्रैल से अक्टूबर तक पेट्रोल-डीजल की खपत के डेटा के आधार पर अनुमान है कि केंद्र सरकार को एक्साइज कटौती से हर महीने 8,700 करोड़ रुपए का नुकसान होगा। इंडस्ट्री सोर्स के मुताबिक, इस फाइनेंशियल ईयर के बाकी महीनों में यह नुकसान करीब 43,500 करोड़ रुपए का बैठेगा।