नौतपा में आसमान से बरस रहें अंगारे
*47 डिग्री के पार पहुंचा वाराणसी का पारा, सड़को से लेकर घाटों तक पसरा सन्नाटा
वाराणसी (रणभेरी)। नौतपा के पांचवें दिन काशी की गर्मी ने 10 साल के रिकॉर्ड और लोगों के धैर्य को तोड़कर रख दिया। अधिकतम पारा 47.6 डिग्री तक पहुंच गया। इससे पहले 2023 में 45 डिग्री तक तापमान गया था। वहीं, मई में पिछले साल अधिकतम 44 डिग्री तक पारा पहुंचा था। ये मई का नया रिकॉर्ड है। मंगलवार की देर रात उमस ने बेहाल कर रखा है। दिन में 10 फीसद की उमस देर रात तक 80 फीसद तक पहुंच गई। बनारस में गर्मी प्रचंड रूप अपने पूरे सबाब पर है। उसका रौद्र रुप धीरे-धीरे दिखाई देना शुरू हो गया है। 47 डिग्री के प्रचंड तापमान से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। कभी आनंद कानन वन के रूप में जाने जाने वाली काशी आज पेड़ पौधों से वंचित वीरान नजर आ रही है। विकास के नाम पर पेड़ पौधे कटते गए जिसका परिणाम आज यह है कि बनारस में गर्मी से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। काशी की लाइफ लाइन उसके घाट आज गर्मी के कारण विरान नजर आ रहे हैं। दिन-रात गुलजार रहने वाले गंगा घाट पर सन्नाटा पसरा है। लोगों का कहना है कि नगर में पड़ रहे प्रचंड गर्मी से लोगों की आवाजाही कम हो गई है। लोग धूप में निकलने से परहेज कर रहे है। ऐसी स्थिति तो दो वर्ष पूर्व कोरोना कल में हुई थी जब लोग डर के मारे अपने घरों से निकल नहीं रहे थे। ठीक वैसे ही स्थिति आज इस गर्मी के कारण हुई है। तेज चिलचिलाती धूप की वजह से लोग अपने घरों से नहीं निकल नहीं रहे है। आज घाट वीरान दिखाई दे रहे हैं। काशी में बाहर से आने वाले पर्यटक भी अब सुबह शाम ही अपने होटल या गेस्ट हाउस से निकल रहे हैं और दिन में पूरी तरह से कमरों में कैद हो जा रहे हैं। उनका कहना है कि इस प्रचंड गर्मी में धूप में निकलना ठीक नहीं है। दर्शन पूजन और घूमने का प्लान वो अल सुबह या शाम को 7 बजे के बाद ही बना रहे है । प्रचंड गर्मी के कारण मंदिरों में भी दर्शन पूजन करने वालों की संख्या दिन में काफी कम हो गई है वह या तो सुबह और नहीं तो देर शाम को दर्शन पूजन करने जा रहे हैं। हवा में नमी इतनी ज्यादा है कि एसी के सामने बैठे रहने पर भी पसीना सूखने का नाम नहीं ले रहा है। गर्म हवा 9 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से बह रही है। आज भी पारा 47 डिग्री के आसपास ही रह सकता है।
सामान्य से 7 डिग्री ऊपर रहा काशी का पारा
वाराणसी का अधिकतम तापमान सामान्य से करीब 7 डिग्री ऊपर 47.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। न्यूनतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री ऊपर 31 डिग्री दर्ज किया गया। मंगलवार को आलम ये था कि बाहर निकलने पर गर्म हवा ब्लोअर के जैसे पूरे बॉडी को जला रही हो।
क्या है नौतपा
ज्योतिषशास्त्र नुसार सूर्य शनिवार 25 मई को सुबह 03:15 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश किया। इसके बाद 2 जून रविवार तक नौ (9 )दिन का नौतपा रहेगा। इसके साथ ही सूर्य देव 8 जून शनिवार को 1:04 मिनट तक रोहिणी नक्षत्र में रहेंगे, जिससे इन दिनों गर्मी प्रचंड रहेगी व पारा 48 डिग्री के पार कर सकता है।
नौतपा है मानसून का गर्भकाल
मान्यता है कि सूर्य की गर्मी और रोहिणी नक्षत्र (जिसका स्वामी चंद्र है) के जल तत्व के कारण यह मानसून का (9 दिन मे) गर्भ आ जाता है और इसी कारण नौतपा को मानसून का गर्भकाल माना जाता है। ऐसे में जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में होता है तो उस समय चंद्रमा नौ नक्षत्रों में भ्रमण करते हैं। लोक मान्यता है कि अगर नौतपा के सभी 9 दिन पूरे तपें, तो आगे के दिनों में अच्छी बारिश होती है। ज्योतिषों का कहना है कि चंद्रमा जब ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष में आर्द्रा से स्वाति नक्षत्र तक अपनी स्थितियों में हो और अधिक गर्मी पड़े, तो वह नौतपा अच्छा कहलाता है। वहीं अगर सूर्य रोहिणी नक्षत्र में होता है और उस दौरान अगर बारिश हो जाती है तो इसे रोहिणी नक्षत्र का गलना (गर्भपात) भी कहा जाता है।