जलकल की मेहरबानी से सड़कों पर बह रहा पानी

जलकल की मेहरबानी से सड़कों पर बह रहा पानी
  • सामने घाट ट्रामा सेंटर मुख्य मार्ग पर लगभग 20 दिनो से बर्बाद हो रहा लाखों लीटर पानी 
  • पानी बहने की वजह से सड़कों पर हो गया है गढ्ढा, कभी भी हो सकती है कोई दुर्घटना, शिकायत के बाद भी नहीं सुनते जिम्मेदार


वाराणसी (रणभेरी): भारतेंदु जी की लिखी कविता है कि  नीचे नल से बदबू उबलै मनो नरक चौरासी... देखी तुम्हरी काशी, लोगों, देखी तुम्हरी काशी। आज बनारस की सड़क अपने मुंह मियां मिट्ठू वाली यथार्थता को साबित कर रही है। बनारस का शायद ही कोई इलाका हो जहां सड़कों पर गड्ढा न हो। कई जगहों पर आए दिन जलजमाव और बहते हुए सीवर देखने को मिल जाते हैं। ऐसी ही एक ताजा प्रत्यक्षदर्शी स्थिति है वाराणसी के लंका क्षेत्र के सामने घाट-ट्रामा सेंटर मार्ग की। यह वही सड़क है जहां कुछ दिनों पहले सड़क के अधूरे निर्माण की वजह से जनता धूल फांक रही थी। आज वही सड़क 20 दिनों से लगातार बहते हुए जल की वजह से जलमग्न है। लगातार पानी के बहाव होने की वजह से सड़क पर गड्ढा हो गया है। सड़क पर बने गढ्ढे कभी भी दुर्घटना को दावत दे सकती है। 

लंका से सामने घाट की ओर जाने वाली यह मुख्य सड़क आम जनता के लिए नासूर बन गई है। कभी धूल, कभी टूटी सड़क, कभी जलजमाव, कभी जाम तो कभी कीचड़ से सनी हुई इस सड़क की दुर्दशा जिम्मेदारों के आंखों से कैसे परे है, कहना मुश्किल है। सामने घाट ट्रामा सेंटर मुख्य मार्ग पर लगातार पानी बहने से लाखों लीटर पानी की रोज बर्बाद हो रही है। शिकायत के बाद भी जलकल विभाग के जिम्मेदारों के कान में जूं तक नहीं रेंगता है। किसी को पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं मिल रहा वहीं इस सड़क पर पिछले 20 दिन से पानी बह रहा है। ऐसा लगता है मानो जिम्मेदार घुटने टेके बैठे हुए हो। जि़म्मेदारों की लापरवाही से आम जनता को दुर्घटनाओं का शिकार होना पड़ता है। सड़को की दुर्दशा से आमजनता त्रस्त है और जिम्मेदार मस्त। स्थानीय लोगों का कहना है कि तमाम शिकायतों के बाद भी कोई सुनने को तैयार नहीं हैं। सामने घाट ट्रामा सेंटर मुख्य मार्ग पर लगभग 20 दिनो से पानी के बहाव की अनदेखी करते जिम्मेदार न केवल अपनी नाकामयाबी का परिचय दे रहे बल्कि बनारस के विकास को मुंह चिढ़ाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे।

सपा नेता व समाजसेवी अमन यादव ने बताया कि लगभग 20 दिनों से जलकल विभाग का पानी (सप्लाई वाला पाइप) सामने घाट मुख्य मार्ग पर बीच में फटा हुआ है। 4 घंटे सुबह 3 घंटे शाम के वक्त लगातार कई हजारों लीटर पानी नाले में बहता रहता है। इस कारण सैकड़ों परिवार के लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं। घरों में थोड़ा-थोड़ा पानी आ रहा है। पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने के कारण गंदा पानी आता है, जो बिल्कुल पीने योग्य नहीं है। तमाम शिकायत के बावजूद इसे दुरुस्त नहीं किया जा रहा। ऐसा लगता है कि समस्या का निस्तारण तभी होगा जब कभी मुख्यमंत्री जी इस मार्ग से गुजरेंगे।