नकली कोरोना वैक्सीन बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़
- एसटीएफ वाराणसी इकाई को हाथ लगी सफलता, पांच गिरफ्तार
- कई राज्यों में करते थे सप्लाई, कब्जे से करीब चार करोड़ रुपये का सामान बरामद
वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी में नकली कोविशील्ड एवं जायकोव-डी वैक्सीन एवं नकली कोविड टेस्टिंग किट वृहद पैमाने पर बनाए जाने के इनपुट के आधार पर एसटीएफ फील्ड यूनिट वाराणसी ने कार्रवाई की है। जानकारी होने के बाद मौके से एसटीएफ ने कार्रवाई की और जानकारी के अनुसार छापा मारकर मौके से काफी मात्रा में नकली कोविड टेस्टिंग किट को बरामद करने के साथ की मौके से पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस बाबत एसटीएफ की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार आरोपितों से पूछताछ भी की गई है। पूछताछ में पूरा मामला सामने आने के बाद कार्रवाई की गई है।
इस बाबत लंका थाना क्षेत्र में एसटीएफ की ओर से विधिक कार्रवाई की गई है। इस बाबत रोहित नगर थाना लंका जनपद वाराणसी से अभियुक्त राकेश थवानी पुत्र स्व हरी किशन निवासी फ्लैट नंं. 31 धनश्री कॉम्प्लेक्स सिद्दीगिरी बाग वाराणसी, दूसरे आरोपी संदीप शर्मा पुत्र सुरेश शर्मा निवासी सीके 1/13 पठानी टोला चौक वाराणसी, तीसरे आरोपी लक्ष्य जावा पुत्र रमेश कुमार जावा निवासी ई 7/4 3फ्लोर मालवीय नगर नई दिल्ली, चौथे आरोपी शमशेर पुत्र गोपाल निवासी नागपुर रसड़ा बलिया, पांचवें आरोपी अरुणेश विश्वकर्मा पुत्र मदन विश्वकर्मा निवासी डी 65/338 बौलिया लहरातरा वाराणसी को गिरफ्तार किया गया है।
इनके पास से नकली टेस्टिंग किट, नकली कोविशील्ड वैक्सीन, नकली जाइकोव डी वैक्सीन, पैकिंग मशीन, खाली वायल, स्वाब स्टिक बरामद किया गया है। पूछताछ पर राकेश थवानी ने बताया कि वह संदीप शर्मा, अरुणेश विश्वकर्मा व शमशेर के साथ मिलकर नकली वैक्सीन व टेस्टिंग किट बनाता था व लक्ष्य जावा को सप्लाई करता था जो अपने नेटवर्क के द्वारा अलग अलग राज्यों में सप्लाई करता था। अभियुक्तगण से पूछताछ कर उनके गिरोह के बारे में जानकारी एकत्र करते हुए अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है, बरामद दवाओं और कोविड किट की बाजार मूल्य के अनुसार अनुमानित कीमत लगभग चार करोड़ रुपए है।
ड्रग लाइसेंस अथारिटी के सहायक औषधि आयुक्त केजी गुप्ता ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह नकली वैक्सीन पाई गई है। जो कुछ निजी अस्पतालों में सप्लाई की जा रही थी। आरोपित के खिलाफ लंका थाने में मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई जा रही है।