मां शीतला की महाआरती में उमड़ा आस्था का सैलाब
लिंगिया महराज ने की विराट आरती, बही शुरू की गंगा
वाराणसी(रणभेरी): धर्म नगरी काशी की बात होती है तो माँ शीतला के स्मरण के बिना अधूरा रहता है। चंद्राकार गंगा तट के किनारे बसी माँ शीतला के दर वैसे तो रोज ही आस्थावानों की भीड़ होती है लेकिन मंगलवार की देर रात तो मानों पूरी काशी ही माँ के दर दर्शन को उमड़ पड़ा। मौका था माता के वार्षिक श्रृंगार का जो पिछले 250 से ज्यादा वर्षों से निरंतर चली आ रही है। इसकी शुरुआत शीतला मन्दिर के पूर्व पुजारी स्व. प. देवीलाल महराज ने की थी। वर्तमान में महंत पं. शिवप्रसाद पाण्डेय 'लिंगिया महराज' मां की विराट आरती कर रहे है। साल भर पर होने वाली इस विराट आरती की एक झलक पाने को भक्तों की भीड़ रात्रि 10 बजे से ही जुटने लगी थी। रात्रि एक बजते-बजते मानों मंदिर परिसर में पैर रखने की जगह नही बची। हर-हर महादेव के जयघोष एवं माँ शीतला के जयकारों से पूरा घाट गुजांयमान हो रहा था। जैसे-जैसे आरती का समय नजदीक आ रहा था। वैसे वैसे मानो भक्तों के सब्र का बाण टूंट रहा था। जैसे ही शीतला मंदिर के महंत पं. शिवप्रसाद पाण्डेय गंगा स्नान को गंगा जी उतरे तो भक्तों के सब्र का बांध टूट गया। शीतला जी के समक्ष जाने की होड़ मच गयी। घड़ी की सुई जैसे ही 2:30 पर जा टिकी माता के श्रृंगार के बाद कपाट खोल दिए गए। कपाट खुलते ही घंट-घड़ियाल और शंखनाद से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया।
शीतला महोत्सव में बही सुरों की रसधार
दशाश्वमेध घाट स्थित सिद्धपीठ श्री बड़ी शीतला माता धाम में पांच दिवसीय महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु जैन, सुधीर सिंह व अजय सिंह ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। वहीं स्मारिका का विमोचन भी किया। इस अवसर पर शोभायात्रा निकाली गई। कलाकारों की प्रस्तुति से माहौल भक्तिमय बना रहा। पहली निशा में कलाकारों ने गायन, वादन, नृत्य का कार्यक्रम विराट आरती के साथ प्रारंभ हुआ। पंडित अविनाश पांडेय सुट्टू गुरु ने मां का विशेष श्रृंगार किया। भाजपा संस्कृति प्रकोष्ठ के संयोजक गीतकार कन्हैया दूबे केडी के संयोजन में आयोजित संगीत समारोह में महेंद्र प्रसन्ना, शौर्य गुप्ता, अन्या गुप्ता, भोजपुरी गायक गोपाल राय ने देवी गीत और पचरा सुनाकर भक्तों को झूमने पर विवश कर दिया। इसके अलावा सरिता सेठ, कुसुम पांडेय, राकेश चौबे, आशीष पाठक, अमृत, खुशबू, अवंतिका सिंह, आरती चौबे, साक्षी सिंह, शुभांगिनी ने देर रात्रि तक मां के चरणों में संगीतमय हाजिरी लगाई। तबले पर मोती गौरीश, ढोलक पर मोहन, विशाल ने बैंजो, महिपाल ने पैड पर और शेखर, राहुल ने संगत की।आयोजन में शीतला दल, कसेरा समाज, मांझी समाज, स्वर्णकार समाज, व्यापारी समाज, सोनकर समाज के लोगों ने पूरा सहयोग दिया। शोभायात्रा में शामिल हुए। वहीं मां को विशेष भोग अर्पित किया।