वाराणसी में अनुराग कश्यप के खिलाफ FIR दर्ज, वकीलों-छात्रों ने पुतला दहन कर जताया आक्रोश, कहा- यहां आएं तो हम बताएं ब्राह्मण क्या है?

वाराणसी में अनुराग कश्यप के खिलाफ FIR दर्ज, वकीलों-छात्रों ने पुतला दहन कर जताया आक्रोश, कहा- यहां आएं तो हम बताएं ब्राह्मण क्या है?

वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी में  प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप के ब्राह्मण समाज को लेकर दिए गए विवादित बयान के विरोध में  मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने शिकायतकर्ता गोविंद शर्मा की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की है। 

शिकायतकर्ता गोविंद शर्मा का कहना है कि फिल्म निर्माता निर्देशक अनुराग कश्यप ने ब्राह्मण समाज पर अभद्र टिप्पणी करके हमें आहत किया है। अनुराग कश्यप की विवादित टिप्पणी सोशल मीडिया अकाउंट पर उपलब्ध है। शिकायतकर्ता का कहना है कि मैं खुद ब्राह्मण हूं और सामाजिक कार्यकर्ता भी हूं। अनुराग कश्यप की इस टिप्पणी से हम और हमारा पूरा समाज आहत है। यह सनातन धर्म को बांटने की एक साजिश है और वह व्यक्ति कहीं ना कहीं से राष्ट्र विरोधी है. इस वजह से सामाजिक ताने-बाने को बर्बाद करना चाहता है। 

भेलूपुर थानाध्यक्ष गोपालजी कुशवाहा ने बताया- भदैनी निवासी गोविंद चतुर्वेदी की तहरीर पर अनुराग कश्यप के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच में साइबर सेल से मदद की जाएगी।

गोविंद चतुर्वेदी ने बताया कि  मैं ब्राह्मण परिवार से हूं और सामाजिक कार्यकर्ता हूं। अनुराग कश्यप के बयान से पूरा ब्राह्मण समाज आहत है। यह सनातन धर्म को बांटने की साजिश है। वह व्यक्ति कहीं न कहीं राष्ट्र विरोधी है। इस वजह से वह सामाजिक ताने-बाने को तहस-नहस करना चाहता है। ब्राह्मण समाज के अभिनव पांडेय ने कहा कि हम चाहते हैं अनुराग कश्यप जल्द काशी आए। पूरा ब्राह्मण समाज उसे सनातन धर्म और इसके ताने-बाने के बारे में अच्छे से समझा देगा।

अनुराग कश्यप की फिल्म 'फुले' 11 अप्रैल को रिलीज होनी थी, हालांकि जातिवाद के आरोप लगने के बाद फिल्म की रिलीज डेट को टालना पड़ा। सेंसर बोर्ड ने भी फिल्म में कई बदलाव करवाए हैं। इसकी रिलीज में देरी और CBFC के बदलावों से परेशान होकर अनुराग ने केंद्र सरकार, ब्राह्मण समुदाय और सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन पर कुछ पोस्ट शेयर की थीं।

सोशल मीडिया में हुए एक बहस के दौरान अनुराग कश्यप ने कहा, मैं ब्राह्मणों पर पेशाब करूंगा, कोई प्रॉब्लम है। कमेंट का स्क्रीनशॉट वायरल होते ही फिल्ममेकर अनुराग कश्यप विवादों से घिर गए। अनुराग कश्यप के बयान के बाद वाराणसी में वकीलों और छात्रों ने फिल्म निर्माता और निर्देशक के खिलाफ आक्रोश जताया। कचहरी के अधिवक्ताओं ने अनुराग कश्यप के खिलाफ जुलूस निकाला और जिला मुख्यालय पर पुतला फूंका। पुतले की जूते से पिटाई की।इस दौरान अधिवक्ताओं ने कहा कि ब्राह्मण समाज के खिलाफ जो अनर्गल टिप्पणी की है, उसे अपनी जुबान पर भी लाने में शर्मिंदगी हो रही है। गालियों से भरी फिल्में बनाने वाले हमारे समाज के अनाप-शनाप बोलेगा तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जातियों को आपस में लड़ाने के लिए अनुराग कश्यप ने यह कृत्य किया है।

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय के कैंपस में छात्रों ने अनुराग कश्यप का पुतला फूंका। इसके बाद जूतों से पिटाई भी की गई। छात्र नेता आशुतोष तिवारी ने कहा- अनुराग कश्यप ने ब्राह्मणों पर आपत्तिजनक बयान सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए किया है। ब्राह्मण समाज भारतीय संस्कृति में हमेशा से श्रेष्ठ रहा है। सभी वर्ग उसका सम्मान करते हैं। अनुराग कश्यप जैसे वामपंथियों के द्वारा ब्राह्मण समाज को निशाना बनाना उनका पेशा हो गया है।

प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना था कि अनुराग कश्यप ने अपने बयान से ब्राह्मण समाज की गरिमा को ठेस पहुँचाई है, जो अत्यंत निंदनीय है। छात्रों ने इस मामले में अनुराग कश्यप के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।