बिना ओटीपी शेयर किए ही चूना लगा रहे साइबर ठग

बिना ओटीपी शेयर किए ही चूना लगा रहे साइबर ठग

वाराणसी (रणभेरी सं.)। जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी आगे बढ़ते जा रहा है, वैसे-वैसे साइबर ठग भी ठगी के नए-नए पैंतरे अपना रहे। आज के डिजिटल युग में साइबर अपराधी लगातार नए-नए तरीके अपना रहे हैं, जिनसे लोगों के बैंक खाते खाली हो रहे हैं और सोशल मीडिया अकाउंट्स हैक हो रहे हैं। साइबर इन्वेस्टिगेटर की माने तो अपराधी अब बिना लिंक क्लिक करवाए या ओटीपी शेयर करवाए भी आपके डिवाइस और खातों तक पहुंच बना सकते हैं। ताजा मामला वाराणसी के जयापुर गांव के रहने वाले विक्रम का है। इनके के दो अकाउंट से साइबर फ्रॉडों ने कुल 4.59 हजार रुपए निकाल लिए। जबकि विक्रम ने मोबाइल पर ओटीपी को किसी से शेयर भी नहीं किया था। विक्रम ने पुलिस में शिकायत की है। जहां बीएनएस की धारा 66ऊ में मुकदमा दर्ज किया गया है। विक्रम के अनुसार उसके दो खातों को इसी तरह हैक किया गया पर एक खाते में साइबर जालसाजों ने 2 लाख क्रेडिट कर सिर्फ 10 हजार निकाले। जिसे मैंने फ्रीज करवा दिया था। व्यक्ति की तत्परता और बैंक के सहयोग से उसके 1 लाख 90 हजार रुपए बच गए। ऐसे में कुल 2.69 हजार रुपए का फ्रॉड हुआ है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। इसमें अपराधियों के डिजिटल फुट प्रिंट का सहारा लिया जा रहा है।

दो मोबाइल नंबर पर फारवर्ड की गयी थी काल

विक्रम ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि अनजाने में मेरे मोबाइल नंबर की काल दो मोबाइल नंबर पर फारवर्ड कर दी गई थी। 5 मार्च की सुबह नेट बैंकिंग के माध्यम से मेरे मोबाइल पर एक ओटीपी आया। उसे मैंने किसी को शेयर नहीं किया। फिर भी मेरा नेट बैंकिंग लॉगिन कर लिया गया। इसकी जानकार जब तक मुझे होती मेरे अकाउंट से 4.49 लाख रुपए निकाल लिए गए।
पहले डाले 8 रुपए फिर निकाले एक अकाउंट से 4.49 लाख रुपए
विक्रम ने बताया कि साइबर जालसाजों ने मेरे केनरा बैंक शाखा जयापुर में अकाउंट नंबर 98842140000190 में 8 रुपए डाले गए। इसके बाद तीन बार में 50,000, 1,99,000 और 2,00,000 रुपए निकाल लिए। कुल 4 लाख 49 हजार रुपए निकलने के बाद मई परेशान होगया। थोड़ी ही देर बाद इसी बैंक में मेरे अकाउंट नंबर 98842210000132 दो लाख रुपए क्रेडिट हुए तो बैंक भागा। वहां पहुंचने से पहले उसमे से भी 10,000 रुपए निकाल लिए गए थे।

खाता कराया सीज तो बचे 1.90 लाख

विक्रम ने बताया- बैंक पहुंचकर बैंक मैनेजर को स्थिति से अवगत कराया और दस मिनट के अंदर खाता फ्रीज कराया। जिसके बाद अकाउंट में एक लाख 90 हजार रुपए बच पाए। इसके बाद बैंक मैनेजर के जरिए पैसा वापस लाने की बता की पर उन्होंने असमर्थता जताई। जिसके बाद पुलिस को शिकायती पत्र दिया है

पुलिस ने दर्ज की एफआईआर

थाना प्रभारी राजातालाब अजीत कुमार वर्मा ने बताया- पीड़ित की तहरीर के आधार पर 66 डी का मुकदमा दर्ज किया गया है। हम जांच कर रहे हैं और एक्सपर्ट की मदद से साइबर अपराधियों को पकड़ने की कोशिश में लगे हुए हैं। डिजिटल फुट प्रिंट और किन अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए गए हैं।  इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द ही साइबर अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा।

ऐसे स्कैम से कैसे रहें सुरक्षित

  1.  अनचाहे कॉल्स और मैसेज से सावधान रहें।
  2.  अनजान लोगों के साथ संवेदनशील जानकारी कभी शेयर न करें।
  3. संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें, भले ही वे वाउचर, डिस्काउंट या कैश प्राइज का वादा करें।
  4. अनवेरिफाइड सोर्स से ऐप्स इंस्टॉल न करें, क्योंकि ये स्कैमर्स को आपके डिवाइस के कैमरा और फोटो गैलरी का एक्सेस दे सकता है। इनका अक्सर इस्तेमाल केवाईसी वेरिफिकेशन के लिए किया जाता है।
  5. अगर कोई अजीब कॉल आए, तो आॅफिशियल चैनल्स के जरिए कॉलर की पहचान वेरिफाई करें