बिहार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप पहुंचे इरी, वैज्ञानिकों को कम अवधि वाले धान की प्रजातियों को लेकर कही ये बात..
वाराणसी (रणभेरी): बिहार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने बुधवार को वाराणसी में स्थित अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (इरी) का जायजा लिया। उन्होंने तीन दिवसीय क्षमता विकास प्रशिक्षण सह एक्सपोजर विजिट कार्यक्रम का उद्घाटन कर चावल से बने उत्पादों का स्वाद भी चखा। यहां उन्होंने इरी के वैज्ञानिकों को कम अवधि वाले धान की प्रजातियों को विकसित करने के लिए कहा।
कृषि मंत्री ने इरी में मौजूद एडवांस कंप्यूटेशनल बायोलॉजी लैब, स्पीडब्रीड लैब, फार्म मशीनरी हब सहित विभिन्न सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। इरी के वैज्ञानिकों को पूर्वी भारत और विशेष कर बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के किसानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए सूखा, बाढ़ और कम अवधि वाले धान की प्रजातियों को विकसित करने के लिए कहा। साथ ही इरी के निदेशक डॉ. सुधांशु सिंह ने बताया कि संस्थान की ओर से विकास प्रशिक्षण सह एक्सपोजर विजिट कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) के 30 वैज्ञानिकों को अगले तीन दिनों तक पर्यावरण के अनुकूल धान की खेती के बारे तकनीकी जानकारी दी जाएगी। इसका शुभारंभ बिहार के कृषि मंत्री ने स्वयं आकर किया। इस मौके पर बीएयू के कुलपति डॉ. अरुण कुमार भी मौजूद थे।