वाराणसी में अशोक मुथा जैन बने नए पुलिस कमिश्नर
वाराणसी (रणभेरी): उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार रात 16 भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारियों का ट्रांसफर किया है। इसी क्रम में शासन ने सोमवार देर रात वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश का ट्रांसफर कर दिया है। ए सतीश गणेश को डीजीपी कार्यालय में एडीजी ऑफिस के रूप में नयी तैनाती दी गयी है। वहीं 1995 बैच के आईपीएस अफसर मुथा अशोक जैन को वाराणसी का नया पुलिस कमिश्नर बनाया गया है। पुलिस कमिश्नर के तौर पर अशोक मुथा जैन के शीघ्र ही कार्यभार संभालने की उम्मीद विभागीय अधिकारियों ने जताई है। वर्ष 1995 बैच के आइपीएस रहे जैन आंध्रप्रदेश में गुंटूर जिले के रहने वाले हैं। उनकी पहली पोस्टिंग वाराणसी में एसपी सिटी के तौर पर ही हुई थी। इस लिहाज से जिले के बारे में उन्हें भलीभांति जानकारी है। कार्यकाल के दौरान उन्होंने अपराध पर खूब चोट की थी। हाल ही में वह केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति से लौटे हैं और यह उनका पहला जिम्मा है।
पुलिस कमिश्नर नियुक्त होने से पहले नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में वह डिप्टी डायरेक्टर जनरल थे। इस पद पर रहते हुए उन्होंने अभिनेता शाहरुख खान के बेटे व अभिनेता सुशांत राजपूत - रिया चक्रवर्ती ड्रग प्रकरण की तफ्तीश भी की थी। अब तक कमिश्नरेट की कमान संभाले ए. सतीश गणेश का कार्यकाल उपलब्धियों भरा रहा है। ऐसे में वाराणसी में दोबारा जड़ें जमाने में जुटे अपराध जगत और पुराने लंबित मामलों की नए सिरे से विवेचना और परिणाम उनके लिए बड़ी जिम्मेदारी का काम होगा।
ट्रांसफर लिस्ट के बाद ए सतीश गणेश ने 'पोई वारुगिरेन काशी' कहकर बनारसियों को अलविदा कहा है। दरअसल पोई वारुगिरेन काशी तमिल भाषा का शब्द है जिसका अर्थ होता है 'अलविदा काशी'। शासन की ओर से सोमवार देर रात वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश का तबादला कर दिया गया है। गौरतलब है कि काशी में इन दिनों काशी तमिल संगमम का आयोजन हो रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में तमिलनाडु से अतिथि काशी पधार रहे हैं। ए सतीश गणेश खुद भी तेलुगू भाषी हैं और काशी आने वाले तेलंगाना और आंध्र के पर्यटकों से तेलुगू में ही संपर्क करते रहे हैं।