ट्रॉमा सेंटर मार्ग पर गिरा पीपल का विशालकाय पेड़

ट्रॉमा सेंटर मार्ग पर गिरा पीपल का विशालकाय पेड़

नगर निगम ने शुरू किया हटाने का काम, सड़क किनारे अभी भी कई पुराने और जर्जर वृक्ष हैं खड़े 

वाराणसी (रणभेरी): लंका थाना क्षेत्र में सोमवार को बड़ा हादसा होने से टल गया। बीएचयू ट्रॉमा सेंटर से सामने घाट जाने वाले मुख्य मार्ग पर अचानक एक विशाल और पुराना पीपल का पेड़ सड़क पर गिर पड़ा। देखते ही देखते दोनों लेन पूरी तरह अवरुद्ध हो गईं और इस मार्ग पर आवागमन ठप हो गया। सौभाग्य से उस समय सड़क पर कोई वाहन या राहगीर मौजूद नहीं था, अन्यथा घटना जानलेवा साबित हो सकती थी।

यह मार्ग वाराणसी को रामनगर, सामने घाट, बिहार और चंदौली जैसे जनपदों से जोड़ने वाला प्रमुख संपर्क मार्ग है। प्रतिदिन लाखों लोग इसी रास्ते से गुजरते हैं। अचानक पेड़ गिरने से इलाके में अफरा-तफरी मच गई। आसपास रहने वाले लोग भी मौके पर दौड़ पड़े। घटना की सूचना मिलते ही नगवा वार्ड के पार्षद प्रतिनिधि रविंद्र सिंह सबसे पहले मौके पर पहुंचे। उन्होंने लंका थाने के इंस्पेक्टर, नगवा चौकी प्रभारी और नगर निगम अधिकारियों को अवगत कराया। थोड़ी ही देर में नगर निगम की टीम मौके पर पहुंच गई और पेड़ हटाने की प्रक्रिया शुरू की।

निगम कर्मचारियों ने सबसे पहले पेड़ को काटकर एक लेन चालू कराया, जिससे यातायात आंशिक रूप से बहाल हो सका। इसके बाद पूरी सड़क को साफ कराने का काम तेजी से शुरू किया गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए एसीपी ट्रैफिक भी मौके पर पहुंचे। नगवा चौकी इंचार्ज, भगवानपुर पार्षद सहित अन्य अधिकारी भी स्थिति का जायजा लेने पहुंचे। पुलिसकर्मियों ने मौके पर भीड़ को नियंत्रित करने और यातायात को अन्य मार्गों पर डायवर्ट कराने में मदद की। पेड़ गिरने की खबर सुनकर आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए और काफी देर तक स्थिति को देखने के लिए डटे रहे। स्थानीय निवासियों का कहना है कि सड़क किनारे कई पुराने और जर्जर वृक्ष खड़े हैं, जिनके गिरने की आशंका बनी रहती है। ये पेड़ कभी भी हादसे का कारण बन सकते हैं। लोगों ने प्रशासन और नगर निगम से मांग की है कि ऐसे वृक्षों की समय-समय पर जांच कराई जाए और जो पेड़ कमजोर स्थिति में हों, उन्हें सुरक्षित तरीके से हटाया जाए।

रहवासियों का कहना है कि बरसात और तेज हवाओं के समय इस तरह की घटनाओं की संभावना और बढ़ जाती है। यदि समय रहते पुराने वृक्षों की छंटाई या हटाने का कार्य नहीं किया गया तो भविष्य में बड़ा हादसा हो सकता है। नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि पेड़ हटाने का काम प्राथमिकता पर कराया जा रहा है और जल्द ही पूरी सड़क को दुरुस्त कर यातायात पूरी तरह से चालू करा दिया जाएगा। साथ ही यह भी आश्वासन दिया गया कि इलाके में खड़े अन्य पुराने वृक्षों का सर्वे कराया जाएगा, ताकि भविष्य में इस तरह की स्थिति उत्पन्न न हो। स्थानीय लोग राहत की सांस ले रहे हैं कि गनीमत रही कि यह हादसा किसी व्यस्त समय में नहीं हुआ। वरना रोजाना की तरह अगर सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लगी होतीं तो स्थिति भयावह हो सकती थी।

इस घटना ने प्रशासन को भी चेताया है कि शहर में खड़े जर्जर पेड़ों की समय पर पहचान और देखरेख जरूरी है। लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए समय रहते उचित कदम उठाए जाएं, यही स्थानीय निवासियों की मांग है।