गर्मी से राहत को विश्वनाथ धाम में लगाये जा रहे जर्मन हैंगर टेंट

गर्मी से राहत को विश्वनाथ धाम में लगाये जा रहे जर्मन हैंगर टेंट

वाराणसी (रणभेरी)। मार्च के महीने में ही गर्मी का सितम जारी है। लगातार बढ़ते तापमान के बीच अब काशी विश्वनाथ धाम की व्यवस्था चरमरा गई है। कड़ाके की धूप के कारण विश्वानाथ मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु बेहोश हो रहे हैं। तेज धूप के कारण 3 श्रद्धालु बेहोश होकर गिर पड़े। बीते 3 दिनों से विश्वानाथ धाम में ऐसी तस्वीरें देखने को मिल रही हैं। इससे इतर शनिवार को 6 भक्तों को करंट के झटके भी लगे थे जिसके बाद हड़कंप मच गया। श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के बीच गर्मी से निजात दिलाने के लिए अब मंदिर प्रशासन ने कवायद तेज कर दी है। काशी विश्वनाथ धाम में गर्मी से राहत के लिए जर्मन हैंगर तकनीक से टेंट लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा दूसरे जरूरी इंतजाम भी मंदिर प्रशासन कर रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि हर बार की तरह गंगद्वार से बाबा विश्वनाथ के मुख्य परिसर तक टेंट की व्यवस्था की जा रही है।

श्रद्धालुओं को मिलेंगी ये सुविधाएं

विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि इसके अलावा लाइन में खड़े श्रद्धालुओं के लिए जमीन पर जूट के मोटे मैट भी बिछाए गए हैं । इसके अलावा जगह-जगह पर पेयजल की व्यवस्था भी की गई है। ललिता घाट पर नया वाटर कूलर लगाया गया है। इसके अलावा गर्मी से श्रद्धालुओं को राहत दिलाने के लिए कूलर और पंखे भी लगाए गए हैं।

हर दिन 5-6 लाख लोग कर रहे दर्शन

बताते चलें कि बीते 3-4 दिनों से धाम में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। हाल ये है कि सुबह से लेकर दोपहर और शाम तक ललिता घाट तक लंबी कतार देखने को मिल रही है। आकंडो के अनुसार बीते चार दिनों से भीषण गर्मी के बाद भी हर दिन 5 से 6 लाख लोग दर्शन कर रहे हैं।