मानक विपरीत ट्रैक्टर ट्रालियों पर नहीं लग पाई रोक
वाराणसी(रणभेरी)।कृषि वाहन के रूप में इस्तेमाल में लाई जाने वाली ट्रैक्टर-ट्रालियों का मडुवाडीह थानाक्षेत्र में व्यावसायिक उपयोग निरंतर बढ़ता जा रहा है, जिससे न केवल हादसे बढ़े हैं, बल्कि ट्रालियों के निर्माण में मानकों को दरकिनार तथा ओवर लोडिंग से करोड़ों की सड़कें भी बर्बाद हो रही हैं।ट्रैक्टर मालिकों ने नियमों को ताक पर रखकर ट्रालियों की ऊंचाई मानक से ज्यादा करवा दीं है तथा इन ट्रालियों में क्षमता से ज्यादा माल ढोने से हादसे हो रहे हैं। मड़ौली सेंट जॉन्स रोड हो या चाँदपुर से मडुवाडीह थाना रोड,मौत के सौदागर ट्रैक्टर मडुवाडीह थानाक्षेत्र में सारे यातायात नियमों, कानूनों की धज्जियां उड़ाते हुए दौड़ रहे हैं। तेज रफ़्तार ओवरलोड और बेतरतीब ड्राइविंग आए दिन हादसों का सबब बन रही है।हद तो तब हो जाती है जब मडुवाडीह थाने के सामने से लगभग पूरे दिन डग्गामार वाहन,ट्रैक्टर, ट्रक, डम्फर आदि पुलिस प्रशासन को मुंह चिढ़ाते हुए निकल जाते हैं।घटना अभी बीते 4 मार्च की है जब रफ्तार भरते ट्रैक्टर ने गैस एजेंसी में काम करने वाले कर्मचारी को रौंद के मौत के घाट उतार दिया था तब क्षेत्र की जनता ने मृतक के परिजनों संग मडुवाडीह पुलिस पर सुविधा शुल्क लेकर ट्रैक्टर चलवाने का आरोप लगाते हुए चक्काजाम कर दिया था। इस घटना में मडुवाडीह पुलिस की जमकर छीछालेदर हुई थी। क्षेत्रीय लोगों की मानें तब आलाधिकारियों के निर्देश पर इनके संचालन के लिए रात्रि का समय निर्धारित किया गया था। एक दो दिन तो ठीक चला लेकिन फिर बेधड़क किसी भी समय संचालन की छूट दे दी गई।आलम यह है कि चाहे छोटे बच्चों के स्कूल आने-जाने का समय हो या फिर 24 घण्टे के दिन-रात का कोई पहर,इनको अस्थाई तौर पर महीने की एनओसी प्रदान कर दी गई है।