सीएए : पुराने उपद्रवियों पर पुलिस की नजर
वाराणसी(रणभेरी)। नागरिकता संशोधन अधिनियम के लागू होने के बाद जिला में हाई अलर्ट है। संवदेनशील और अति संवेदनशील इलाकों में निगरानी बढ़ाने के साथ ही पूर्व में हुई घटनाओं में नामजद आरोपियों पर भी नजर रखी जा रही है। पूर्व की घटना में शामिल रहे लोगों के बारे में एलआईयू के जरिये जानकारी जुटाई गई है, साथ ही उन पर नजर बनाये रखने का निर्देश दिया गया है। नामजदों की थानावार सूची भी उपलब्ध कराई गई है। सीएए-एनआरसी को लेकर वाराणसी में दिसंबर 2019 और जनवरी 2020 में हिंसक घटनाएं हुईं थीं। इस अधिनियम की घोषणा के बाद करीब दो महीने तक कभी बड़ा विरोध तो कभी छिटपुट घटनाएं हुईं थीं। बजरडीहा में 20 दिसंबर 2019 को जुमे की नमाज के बाद हजारों की तादाद में लोग उग्र विरोध पर उतर आये। पुलिस पर पथराव के बीच भगदड़ में एक बालक की मौत हुई थी। इसके अलावा बेनिया के मैदान पर विरोध में आयोजित सभा पर रोक के दौरान उग्र लोगों ने पथराव किया था। नई सड़क पर भी पथराव किया गया था। इन घटनाओं में भेलूपुर, चौक तथा चेतगंज थाने में डेढ़ सौ से अधिक लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। भेलूपुर पुलिस ने बजरडीहा घटना में 29 नामजद और 2900 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया था। चेतगंज पुलिस ने 65 लोगों पर केस दर्ज कर जेल भेजा था। चौक पुलिस ने भी मुकदमा दर्ज किया था। जांच में सामने आया था कि कुछ बाहरी संगठनों ने व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर लोगों को उकसाया था।
मिर्जामुराद इलाके में पुलिस ने की पेट्रोलिंग
सीएए कानून लागू होने के बाद पुलिस-प्रशासन सतर्क है। मिर्जामुराद थाने के कार्यवाहक थानाध्यक्ष हरिनारायण शुक्ला व एसआई दिगम्बर उपाध्याय ने मिर्जामुराद बाजार, खजुरी, कल्लीपुर, बेनीपुर, मेंहदीगंज, लालपुर, रूपापुर, पूरे गांव, कछवांरोड, ठठरा, छतेरी, गुड़िया, चित्रसेनपुर, बिहड़ा व करघना में गश्त किया। अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।
गोलगड्डा पर बवाल
पिछले विधानसभा चुनाव के मतगणना के दौरान गोलगड्डा चौराहे पर उपद्रव कर सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई थी। इसमें नामजद आरोपियों पर भी निगरानी रखने को कहा गया है।