गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए किया रूद्राभिषेक

गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए किया रूद्राभिषेक

वाराणसी(रणभेरी)। गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित कराने व गोकशी बंद कराने हेतु गौमाता राष्ट्रमाता प्रतिष्ठा आंदोलन के तहत इस मंगलकामना को लेकर सामनेघाट स्थित महामृत्युंजय मन्दिर में रुद्राभिषेक किया गया। साथ ही रंगभरी एकादशी होने के कारण बाबा को गुलाल अबीर भी चढ़ाया। वैदिक आचार्यों ने सविधि रुद्राभिषेक सम्पन्न करवाया साथ ही भक्तों ने मन्दिर परिसर में भजन कीर्तन भी किया। बता दे की गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए वृंदावन से दिल्ली तक नंगे पांव परमाराध्य परमधर्माधीश ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामिश्री:  अविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती जी पन्द्रह दिवसीय पदयात्रा कर रहे हैं। यह दृश्य देखकर कर भक्त समुदाय अत्यंत मर्माहत हैं।और आज अभी यात्रा का सातवां दिन है।अभी करीब 8 दिन की यात्रा बाकी है।शंकराचार्य जी महाराज का कठोर संकल्प पूर्ण हो भगवान उनको शक्ति प्रदान करें। इसके कारण लोगों ने बाबा का रूद्राभिषेक किया। साथ ही कीर्तन भी किया। इस दौरान मंदिर परिसर में आयोजित धर्मसभा को सजंय पाण्डेय संबोधित करते हुए कहे कि शंकराचार्य महाराज सनातनधर्म की मूल गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित कराने व गोकशी बंद कराने हेतु समस्त ऐश्वर्य,भूख,नींद,चैन त्यागकर पद यात्रा कर रहे हैं। धर्मसभा की अध्यक्षता समाजसेवी सुजीत यादव व संचालन त्रिशूलधारी राकेश पाण्डेय ने किया। आगन्तुकों को धन्यवाद ज्ञापन खुशी नारायण उपाध्याय ने किया। समस्त आयोजन में प्रमुख रूप से आशीष गुप्ता, सदानंद तिवारी, आयुष पाण्डेय, यशश्वी पाण्डेय, विवेक सिंह, सजंय यादव, ओम प्रकाश पटेल, राजू भारती, उमाशंकर पटेल, प्रह्लाद कश्यप सहित भारी संख्या में भक्त उपस्थित थे।