महाकुंभ में भगदड़ के बाद 21 ट्रेनें निरस्त, वाराणसी में 5 लाख यात्री फंसे
वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी में महाकुंभ के बाद लौट रहे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण करीब पांच लाख यात्री फंस गए हैं। साथ ही प्रयागराज महाकुम्भ में मौनी अमावस्या के पूर्व हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत के बाद पूर्वोत्तर रेलवे ने बुधवार को कई ट्रेनों को निरस्त कर दिया। रेलवे प्रशासन ने बताया कि अपरिहार्य परिचालनिक कारणों से इन ट्रेनों को निरस्त किया गया है। माना जा रहा है कि महाकुम्भ में श्रद्धालुओं के भारी भीड़ के दबाब को रोकने के लिए यह निर्णय लिया गया है।
ट्रेनों में जगह नहीं मिलने के कारण ढाई लाख से अधिक लोगों की यात्रा टल गई है। दिल्ली, आगरा वन्देभारत समेत 21 ट्रेनें निरस्त कर दी गई हैं। मौनी अमावस्या पर पूर्वांचल में उमड़ी भीड़ सड़कों पर उतरी तो हाईवे जाम हो गए। उधर बॉर्डर सील होने और हाईवे पर लगे जाम के चलते एक लाख से अधिक लोग रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन समय से नहीं पहुंच पाए। जिससे उनकी गाड़ियां छूट गईं। गुरुवार को भी कैंट रेलवे स्टेशन पर ढाई लाख से अधिक श्रद्धालु मौजूद हैं।
उसके बाद बलिया-नई दिल्ली एक्सप्रेस, गोरखपुर-कानपुर अनवरगंज एक्सप्रेस, 05004 गोरखपुर-झूसी कुम्भ विशेष,।05183 गोरखपुर-झूसी कुम्भ विशेष, 05179 गोरखपुर-झूंसी कुम्भ विशेष, 05187 गोरखपुर-झूसी कुम्भ विशेष, 05193 गोरखपुर-झूसी कुम्भ विशेष, गोरखपुर-प्रयागराज रामबाग कुम्भ विशेष गाड़ी निरस्त होने के कारण हजारों की यात्रा छूट गई।
वाराणसी में देर रात तक 60 से अधिक ट्रेनें प्रयागराज वाराणसी होते हुए गंतव्य को रवाना हुई। स्टेशन पर अधिकारियों संग आरपीएसएफ, सीआरपीएफ, जीआरपी के साथ सिविल पुलिस तैनात थी।मौनी अमावस्या पर काशी में उमड़े जन सैलाब ने सबको हिलोर दिया। आला अधिकारी सुबह से देर रात तक व्यवस्था संभालने में लगे रहे। वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन जब डीएम पहुंचे, स्टेशन के प्लेटफार्म पर ढाई लाख से अधिक लोग थे।
अनहोनी की आशंका को देखते हुए तत्काल प्लेटफार्म से लोगो की भीड़ होल्डिंग एरिया में शिफ्ट कराई गई। लोगों से लगातार अपील हो रही थी कि शांति बनाए रखें और रेलवे के एनाउंसमेंट पर ध्यान दें। वाराणसी प्रयागराज रूट से लेकर पूर्वांचल को जाने वाले सभी रास्ते बंद होने से विभिन्न जिलों से आए तीर्थ यात्री रोडवेज पहुंचे। चौतरफा दबाव के चलते बस स्टैंड पर 150 बसें रोक दी गई। प्रयागराज के अलावा अन्य जिलों को जाने वाली बसों के पहिए थम गए। दोपहर एक बजे के बाद एक एक कर प्रयागराज और अन्य जिलों के लिए बसें रवाना की गई। सोनभद्र, बिहार, गाजीपुर, जिले से आए यात्री सबसे अधिक परेशान दिखे।