दरोगा ने पकड़ने के लिए दौड़ाया तो युवक ने फांसी लगाकर दी जान
प्रयागराज। पुलिस चौकी इंचार्ज ने पकड़ने के लिए दौड़ाया तो युवक ने घर में जाकर फांसी लगाकर जान दे दी। एक युवती के अपहरण के मामले में वह डेढ़ माह पहले ही जमानत पर छूट कर जेल से बाहर आया था। इसके बाद पुलिस उसको फिर किसी दूसरे मामले में खोज रही थी। एक सप्ताह पहले भी पुलिस उसे थाने ले गई थी और दिन भर बैठाने के बाद छोड़ दिया था। आरोप है कि पुलिस उस पर उस युवती के साथ शादी करने का दबाव बना रही थी जिसके अपहरण के आरोप में वह जेल गया था।
औद्योगिक थाना क्षेत्र के पुरापांडे़ सड़वा गांव निवासी अरविंद प्रजापति (22) पुत्र महेंद्र प्रजापति ने बृहस्पतिवार को अपने कमरे में जाकर फांसी लगा ली। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर जब तक उसके पास पहुंची उसकी मौत हो चुकी थी। परिजनों का आरोप है कि अरविंद काम पर से वापस आ रहा था। चौराहे के पास पुलिस ने उसे पकड़ने का प्रयास किया। इसके बाद वह भागते हुए घर पहुंचा और अपने कमरे में जाकर फंदे से झूल गया। उसके पीछे पीछे पुलिस भी घर पहुंची। पुलिस दरवाजा तोड़कर जब तक कमरे में घुसी उसका शव फंदे से लटक रहा था।
एक युवती के अपहरण के आरोप में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। डेढ़ माह पहले वह जमानत पर रिहा होकर बाहर आया था। इसके बाद पुलिस फिर उसको पकड़ने के लिए आएदिन दबिश दे रही थी। अक्सर पुलिस उसको पकड़ने के लिए उसके घर पर पहुंचती थी। इससे वह काफी परेशान हो गया था। परिजनों का आरोप है कि पुलिस उत्पीड़न से तंग आकर उसने आत्मघाती कदम उठाया है।
एसीपी करछना बोले
एसीपी करछना वरुण कुमार ने बताया कि परिजनों का आरोप गलत है। मृतक के भाई ने खुद चौकी पर आकर घटना की जानकारी दी थी। पुलिस ने दरवाजा तोड़ के युवक के शव को फंदे से उतरा था। मृतक के भाई ने बताया कि वह नशे में था जिसे लेकर मां और बहन ने उसको डांटा फटकार लगाई थी। इससे नाराज होकर उसने आत्महत्या कर ली है। परिजनों ने घटना की जानकारी लिखित रूप से पुलिस को दी है।