बैंक मैनेजर ने निकालने की धमकी दी तो कर्मचारी ने किया सुसाइड, जाने पूरा मामला...

बैंक मैनेजर ने निकालने की धमकी दी तो कर्मचारी ने किया सुसाइड, जाने पूरा मामला...

(रणभरी): अजमेर में एक बैंक कर्मचारी ने बैंक मैनेजर से नाराज होकर आत्महत्या कर ली। मृतक अपने कमरे में पढ़ने गया था। बाद में वह फांसी पर लटका मिला।मौके से सुसाइड नोट भी मिला। जिसमें बैक मैनेजर पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। मृतक बीमारी के कारण एक साल से ड्यूटी पर नहीं गया था। घर पर ही था। सुसाइड नोट में आरोप लगाया कि मैनेजर मुझे बार-बार नौकरी से निकालने की धमकी देता है। साथ ही लिखा कि मेरी अस्थियों को नाइग्रा फॉल्स या कनाडा के किसी वॉटर फॉल में बहाया जाए।

कोतवाली पुलिस सब-इंस्पेक्टर देवरम के अनुसार, अजय नगर, हाउसिंग बोर्ड निवासी 63 वर्षीय भगवानदास मोची ने बताया और कहा कि उनका बेटा हिमांशु निरंकारी इंडियन ओवरसीज बैंक, किशनगढ़ में काम करता है। 26 जून की शाम वह अपने कमरे में पढ़ रहा था। रात 8 बजे उसकी पत्नी ज्योति ने उसे देखा तो उसने जाल खाकर आत्महत्या कर ली। आसपास के लोग उसे जेएलएन अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने एक बैंक अधिकारी पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मृतक के पिता की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

मृतक हिमांशु निरंकारी ने सुसाइड नोट में लिखा कि मेरी मौत का जिम्मेदार चीफ मैनेजर एस.एन.पांडिया है। जो मुझे नौकरी से निकालने की धमकी दे रहे थे। इण्डियन ओवरसीज़ बैंक में बड़ा करप्शन चल रहा है। जो सीबीआई, ईडी और आरबीआई सभी की नजरों से दूर है। मैं अथॉरिटीज से गुजारिश करना चाहता हूं कि देशभर में बैंक की हर ब्रांच पर रेड की जाए। जिससे भ्रष्टाचार सामने आ सके। जो करीब 30 हजार करोड़ से ज्यादा का है। जो लोगों के सामने आना ही चाहिए। इसमें एक भ्रष्टाचार 2013 में किशनगढ़ ब्रांच में भी 16 करोड़ का किया गया। जिसमें सिर्फ एक कर्मचारी पर कार्रवाई की गई और मामला 1.5 करोड़ में सेटल कर दिया। सीबीआई और ईडी को कोई जानकारी नहीं की गई। कृपया इन पर रेड मारें। मैं मेरे परिवार से माफी मांगता हूं। मैं आपको कभी अहसास नहीं दिला पाया कि कितना लायक हूं। मेरी अस्थियों को नाइग्रा फॉल्स या कनाडा के किसी वॉटर फॉल में विसर्जित किया जाए। जिससे मरने के बाद मुझे वो शांति मिले जो जीते हुए नहीं मिली।इस संबंध में बात करने के लिए जयपुर हैड ऑफिस में कार्यरत चीफ रिजनल ऑफिसर एस.एस. पांडियन से सम्पर्क किया तो ऑॅफिस में कॉल रिसिव करने वाली महिला का कहना रहा कि वे अभी बात नहीं कर सकते। वापस कर देंगे। वहीं, उनके मोबाइल पर कॉल किया तो कॉल नो-रिप्लाई रहा।