वाराणसी: पड़ोसियों से विवाद में घायल युवक की मौत, परिजनों ने थाने पर किया प्रदर्शन

वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी के रामनगर थाना क्षेत्र के गोलाघाट इलाके में गुरुवार रात हुए विवाद में गंभीर रूप से घायल चंदन चौहान (प्लंबर) की सोमवार देर रात बीएचयू ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके बाद मंगलवार सुबह आक्रोशित परिजनों ने रामनगर थाने पर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। परिजनों की मांग थी कि मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए और बच्चों की पढ़ाई मुफ्त कराई जाए।
थाने पर हंगामा, गिरफ्तारी और मुआवजे की मांग
धरने के दौरान परिजनों ने आरोप लगाया कि मुख्य आरोपी रामभवन और उसके बेटे प्रभात की गिरफ्तारी हो चुकी है, लेकिन अन्य आरोपी पुनीत, सुमित और रोहन अभी भी फरार हैं। उन्होंने मांग की कि पुलिस सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दिलाए।
एसीपी और मजिस्ट्रेट के समझाने के बाद भी नहीं माने परिजन
सूचना पर एसीपी प्रज्ञा पाठक और सिटी मजिस्ट्रेट हरिशंकर सिंह मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने की कोशिश की। मजिस्ट्रेट ने मुआवजे का आश्वासन भी दिया, लेकिन परिजन सरकारी नौकरी और बच्चों की पढ़ाई मुफ्त कराने की मांग पर अड़े रहे।
विधायक ने दिलाया भरोसा, समाप्त हुआ धरना
बाद में कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव पहुंचे और परिजनों से बातचीत कर उन्हें आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि मृतक ही घर का इकलौता कमाने वाला था, जिससे अब परिवार की स्थिति गंभीर हो गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मृतक की पत्नी और बच्चों की मदद के लिए शासन स्तर पर पत्र भेजा गया है। मुख्यमंत्री से राहत राशि भी जल्द परिवार को उपलब्ध कराई जाएगी। इसके बाद परिजनों ने धरना समाप्त कर दिया।
क्या था पूरा मामला
मृतक की मां लक्ष्मी देवी के अनुसार, गुरुवार रात 9 बजे पड़ोसी रामभवन और उसके बेटे लोहे को हटाने को लेकर विवाद करने लगे। विवाद बढ़ने पर आरोपियों ने चंदन को लाठियों से पीटा, जिससे उसके सिर में गंभीर चोट आई। उसे ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस की कार्रवाई
रामनगर थाने में पांच नामजद आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी दुर्गा सिंह ने बताया कि पहले बीएनएस की धारा 191(2), 115(2), 352 और 351(2) के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था। घायल की मौत के बाद धाराएं बढ़ाई जाएंगी। दो आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं और बाकी की तलाश जारी है।