पीएम स्वनिधि कार्यक्रम में वाराणसी को मिला प्रथम पुरस्कार, डीएम कौशल राज शर्मा ने ग्रहण किया पुरस्कार
वाराणसी (रणभेरी): प्रधानमंत्री स्वनिधि कार्यक्रम श्रेणी में वर्ष 2021 के लिए वाराणसी ने देश भर में प्रथम प्रधानमंत्री पुरस्कार हासिल किया है। गुरुवार को सिविल सर्विस डे के मौके पर भारत सरकार के कार्मिक और प्रशासनिक सुधार मंत्रालय की ओर से घोषित यह राष्ट्रीय पुरस्कार जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ग्रहण किया। इस वर्ष पहला मौका है जब वाराणसी को राष्ट्रीय स्तर का सम्मान हासिल हुआ है। अवार्ड के लिए गवर्नेंस के बिंदु में योजना से जुड़े अधिकारियों, कर्मचारियों को कार्य आवंटन, योजना लागू कराने की स्ट्रेटजी, स्टेक होल्डर्स और लाभार्थियों की कैपेसिटी डेवलपमेंट, शिकायत निस्तारण, प्रक्रिया का डिजिटाइजेशन, अन्य स्टेक होल्डर्स का सहयोग, जन सहभागिता की कसौटी पर मूल्यांकन किया गया। क्वालिटेटिव मूल्यांकन में जन भागीदारी, लाभार्थियों के जीवन स्तर में परिवर्तन, उनको योजना का सही लाभ, व्यवहार में सुधार आदि भी शामिल था। इस योजना से अब तक वाराणसी में लगभग 32 हजार लोग लाभान्वित हो चुके हैं।
पुरस्कार की छह श्रेणियां, पोषण अभियान में जन सहभागिता और जन भागीदारी, खेलो अभियान के माध्यम से खेल और वेलनेस को प्रोमोट करना, पीएम स्वनिधि योजना में डिजिटल पेमेंट व गुड गवर्नेन्स, वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के माध्यम से सर्वांगीण विकास, बिना मानव हस्तक्षेप के सर्विस डिलीवरी व अभिनव प्रयोग और नवाचार हैं।
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में बनारस ने प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया है। इस योजना में लक्ष्य से अधिक 102 प्रतिशत प्रदर्शन किया। जिला प्रशासन के अनुसार स्वनिधि योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वेंडर्स को सूदखोरों की जाल से बचाना है। यही कारण है कि एक साल पहले इन वेंडर्स को सात प्रतिशत सालाना ब्याज पर 10 हजार रुपये का ऋण दिया गया।साथ ही इन वेंडर्स को प्रतिमाह ऋण की ईएमआई का भुगतान आनलाइन करने पर 100 रुपये का कैशबैक भी दिया गया। बनारस में स्वनिधि के तहत 29962 का लक्ष्य दिया गया था। जबकि 30 हजार के ऊपर वेंडर्स को ऋण का लाभ दिया गया है। इस नाते यहां का प्रतिशत 102 प्रतिशत है।जो लोग मार्च तक अपने ऋण का किस्त भर देंगे।