यूक्रेन ने पीएम मोदी से लगाई मदद की गुहार, जानें क्या कहा?
(रणभेरी): रूसी राष्ट्रपति पुतिन द्वारा सैन्य कार्रवाई के आदेश के बाद से रूस यूक्रेन के खिलाफ और ज्यादा हमलावर हो गया है। रूस की सेना ने जानकारी दी है कि उसने यूक्रेन के सैन्य और हवाई अड्डों को निशाना बनाकर तबाह कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार रूस ने यूक्रेन के दो गांवों पर कब्जा कर लिया है। वहीं मिसाइल हमले में अब तक सात लोगों की जान जा चुकी है। रूस, यूक्रेन के खिलाफ लगातार आक्रामक रुख अपनाता जा रहा है। यूक्रेन की राजधानी कीव में 12 धमाके किए गए हैं। रूस के हमले के बीच यूक्रेन ने भारत से मदद मांगी है। यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा ने पीएम नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की गुजारिश की है। यूक्रेन के राजदूत ने कहा कि भारत के संबंध रूस से अच्छे हैं इसलिए पीएम मोदी से गुजारिश है कि वे रूस के साथ बात कर इस तबाही को रोक दें।
भारत में यूक्रेन के राजदूत आइगोर पोलिखा ने बकायदा नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए भारत सरकार से इस मुश्किल घड़ी में मदद की गुहार लगाई है और कहा है कि, भारत और रूस के संबंध काफी अच्छे हैं और सिर्फ भारत ही उसे युद्ध के दलदल से बाहर निकाल सकता है। ''यह तीखी आक्रामकता का मामला है जो सुबह पांच बजे शुरू हुआ है। बहुत सारे यूक्रेनी हवाई अड्डों, सैन्य हवाई अड्डों, सैन्य प्रतिष्ठानों पर बमों और मिसाइल हमलों से हमला किया गया है''। उन्होंने आगे कहा कि, '' कुछ हमले राजधानी (कीव) के बाहरी इलाके में हुए हैं, जबकि, कुछ हमले यूक्रेन के आबादी वाले इलाकों में हुए हैं। उन्होंने कहा कि, हमें अपने सैनिकों और नागरिक आबादी के बीच हताहतों के बारे में पहली जानकारी मिल रही है और पता चल रहा है कि, कुछ लोग मारे जा चुके हैं। वहीं, कुछ इलाकों में लड़ाई हो रही है। हमारे रक्षा मंत्रालय की जानकारी के अनुसार, यूक्रेनी पक्ष ने 5 रूसी लड़ाकू विमानों, 2 हेलीकॉप्टरों को मार गिराया, हमने 2 टैंक और कई ट्रक नष्ट कर दिए हैं।
यूक्रेन के मदद मांगने के बाद रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि, भारत से जो मदद मांगी गई है, उसमें भारत को मदद करने में खुशी होगी, लेकिन सवाल ये है कि, आखिर यूक्रेन ने भारत को ऐसा क्या ऑफर दिया है, जिसको लेकर भारत रूस से बात करे। आखिर यूक्रेन किन मुद्दों पर रूस से समझौता करना चाहता है।वहीं, भारतीय रक्षा विशेषज्ञ लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) राकेश शर्मा ने कहा कि, भारत को बीच में नहीं आना चाहिए, क्योंकि रूस ने काफी सोच समझ कर हमला किया है और ये वक्त ऐसा नहीं है, कि भारत को बीच में हस्तक्षेप करनी चाहिए।