दो लड़कियां साथ जीना चाहती थीं...ट्रेन से कटकर दी जान

दो लड़कियां साथ जीना चाहती थीं...ट्रेन से कटकर दी जान

अलीगढ़ । दाउद खां रेलवे स्टेशन के पास बुधवार शाम दो सहेलियों ने राजधानी एक्सप्रेस से कटकर जान दे दी। दोनों के शव कई टुकड़ों में रेलवे ट्रैक पर बिखर गए। जान देने वाली खुशबू LLB और तनु BSC रही थी। दोनों एक-दूसरे का हाथ पकड़कर रेलवे ट्रैक पर खड़ी रहीं। ट्रेन ड्राइवर हॉर्न बजाता रहा, लेकिन वे ट्रैक से नहीं हटीं। ट्रेन से कटकर दोनों की मौत हो गई।

सहेलियों ने जान क्यों दी 7 घंटे बाद तीसरी फ्रेंड ने सच बताया

गांव हाजीपुर के सामने दो सहेलियों ने जान क्यों दी इस सवाल का जवाब 7 घंटे बाद मिला। शाम करीब 6 बजे दोनों ट्रेन से कटीं। करीब 6:30 बजे पुलिस  पहुंची। शव क्षत-विक्षत थे तो पहचान कराने में करीब 9 बज गए। घटना के करीब साढ़े तीन घंटे बाद रात 9:30 बजे लड़कियों के घर वाले पहुंचे। घर वालों ने इनकी तीसरी सहेली का नाम बताया। रात 12 बजे के बाद तीसरी सहेली तक पुलिस पहुंची। फिर करीब 1 बजे तक तीसरी सहेली ने दोनों के रिश्तों को लेकर पुलिस के सामने सच कबूला।

तनु लड़की तो खुशबू लड़कों जैसी ड्रेस में रहती

थाना महुआखेड़ा के कोछोड़ की 20 साल की तनु लड़की की ड्रेस पहनती और मेकअप भी लड़कियों की तरह ही करती। जबकि गांधीपार्क के नगला माली निवासी 22 साल की खुशबू लड़कों जैसी ड्रेस पहनती और वैसे ही छोटे बाल रखती थी। दोनों काफी समय से समलैंगिक रिश्ते में थीं और साथ जीवन जीना चाहती थीं।

परिवार को दोनों के रिश्ते मंजूर नहीं थे

दोनों के परिवार को भी इस रिश्ते के बारे में पता चल गया। परिवार वाले दोनों को दूर रहने की नसीहतें देने लगे। परिवार की बंदिश में दोनों रहना नहीं चाहती थीं। दोनों शादी कर साथ जीना-मरना चाहती थीं, लेकिन परिवार राजी नहीं था। भागने की भी प्लानिंग की, लेकिन गुजारा के लिए पैसे की व्यवस्था नहीं थी। इन सब से परेशान होकर दोनों ने जान दे दी।

बर्थडे में जाने की बात कहकर लक्ष्मी खुशबू को ले गई

घटना के करीब साढ़े तीन घंटे बाद दोनों के परिवार वाले सामने आए। खुशबू के पिता ज्ञानबाबू ने बताया- कैसे और क्यों ऐसा कदम बेटी ने उठाया ये हमें मालूम नहीं। सुबह 11 बजे बेटी खाना खाकर आराम करने जा रही थी। तभी उसकी सहेली लक्ष्मी आई। वह बर्थडे पार्टी की बात कहकर खुशबू को अपने साथ ले गई। खुशबू ही घर में कमाती थी, वह छछइ कर रही थी। देर शाम तक जब बेटी वापस नहीं आई तो हम लोगों ने पुलिस से मदद मांगी। पुलिस ने बताया कि अभी दो लड़कियां ट्रेन से कटी हैं। उनके पहनावे वगैरह पुलिस ने बताए। फिर हमें लग गया कि ये हमारी ही बेटी है।

तनु फीस के पैसे लेकर घर से निकली थी

BSC फाइनल की छात्रा तनु के चचेरे भाई भीकम सिंह ने बताया- घटना के बारे में पता नहीं। सुबह करीब 10 बजे घर से कॉलेज जाने की बात कहकर निकली थी। फीस जमा करने के लिए रुपए भी लेकर गई थी। वह शाम तक नहीं आई तो फोन भी किया गया। उसने खुद को अपनी सहेली खुशबू के घर होना बताया। फिर रात को हम अपनी सिस्टर को ढूंढ रहे थे। तभी पता चला कि स्टेशन के पास दो लड़कियां कट गईं। देखा तो हमारी बहन और उसकी सहेली थी। दोनों अलग-अलग कॉलेज में पढ़ती थीं। दोनों में काफी समय से दोस्ती थी।

तनु दो भाइयों में इकलौती, खुशबू तीन बेटियों में सबसे छोटी थी

मृतकों में खुशबू के पिता सब्जी बेचते और आटो चलाते हैं। उनकी 3 बेटियां थीं, जिनमें खुशबू सबसे छोटी थी। एक बेटा दीपक है। खुशबू ज्ञान महाविद्यालय में छछइ की छात्रा थी। तनु के पिता ट्रैक्टर चलाते हैं। तीन संतानों में तनु इकलौती बेटी थी। इससे छोटे दो बेटे हैं। तनु वार्ष्णेय महाविद्यालय में BSC फाइनल की पढ़ाई कर रही थी।

SP सिटी मृंगाक शेखर पाठक ने बताया शुरूआती जांच में पता चला कि दोनों छात्राओं के बीच समलैंगिक रिश्ते थे। आत्महत्या का मामला लग रहा है। बाकी जांच, परिवार को बयान आदि जानकारियों के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।