महाकुंभ से लौटने वाले श्रद्धालुओं से पटी काशी की सड़कें और गलियां, विश्वनाथ मंदिर और दशाश्वमेध घाट तक उमड़ी भीड़

  महाकुंभ से लौटने वाले श्रद्धालुओं से पटी काशी की सड़कें और गलियां, विश्वनाथ मंदिर और दशाश्वमेध घाट तक उमड़ी भीड़

वाराणसी (रणभेरी): प्रयागराज महाकुंभ से लौटे श्रद्धालुओं का रेला काशी पहुंच रहा है। रविवार को काशी के मंदिर मार्ग और घाटों पर जनसैलाब का रूप ले लिया। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए भक्तों की कतारें मैदागिन तक पहुंच गईं, वहीं दशाश्वमेध घाट तक भी भीड़ उमड़ पड़ी। भोर से ही श्रद्धालु घाटों की ओर बढ़ने लगे, जिससे पुलिस प्रशासन के लिए भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया। गोदौलिया से मंदिर और मंदिर से चौक मैदागिन तक सिर्फ लोगों की भीड़ ही नजर आ रही है। अनुमान है कि लगभग 15 लाख श्रद्धालु काशी में आए हैं और रात तक यह आंकड़ा बीस लाख पहुंच जाएगा।

एक ओर रविवार रात से लेकर सोमवार सुबह तक प्रयागराज-वाराणसी हाईवे पर दोनों ओर रातभर हजारों वाहनों की कतार नजर आई। भदोही से लेकर वाराणसी तक, रोहनिया से लेकर मंडुवाडीह तक वाहनों की भीड़ रही। बनारस और प्रयागराज के बीच हजारों लोग परेशानी में जूझ रहे हैं, तीन घंटे की दूरी तक करने में 13 घंटे लग गए। घंटों का सफर लोगों को थका रहा है और वाहन स्थिर नजर आ रहे हैं। काशी में श्रद्धालुओं की भीड़ तो वहीं सड़कों पर आ रहे श्रद्धालुओं के वाहनों का जाम लगा है। 

वाराणसी शहर में आने वाला प्रमुख रास्ता वाहनों के दबाव से जूझ रहा है तो वहीं पार्किंगों की क्षमता भी वाहनों से हाउसफुल हो गई। यूपी कॉलेज, कटिंग मेमोरियल, संपूर्णानंद विश्वविद्यालय, काशी विद्यापीठ समेत पार्किंगों में हजारों वाहन खड़े हैं। शहर में छोटे-बड़े मिलाकर 20 हजार से अधिक बाहर वाहन आए हैं।

वहीं शहर के बाहर ही बड़े वाहनों और बसों को खड़ा कराया जा रहा है। शहर के पास वाली पार्किंग में कारों को लगवाया गया है। हालांकि यूपी 65 वाले वाहनों को प्रवेश की अनुमति दी है। लहुराबीर से चेतगंज की ओर दो पहिया वाहनों को छोड़कर सभी वाहन प्रतिबंधित कर दिए गए। मैदागिन चौक मार्ग पर पहले से यातायात प्रतिबंध था, इसके बाद विश्वेश्वरगंज से मैदागिन की ओर भी कालभैरव मंदिर की ओर भी वाहन नहीं जा रहे हैं।

पुलिस की टीमें श्रद्धालुओं की कतार रेलिंग में लगवाने की कड़ी मशक्कत कर रही हैं, तो माइक लेकर अफसर लोगों को संयमित रहने और दर्शन के बाबत निर्देशित कर रहे हैं। उधर, मंदिर प्रशासन ने 2.45 बजे मंदिर के पट खोलकर मंगला आरती का आगाज किया। पूरे विधि विधान से बाबा का भव्य अभिषेक और आरती उतारी गई। मैदागिन से चौक होते हुए गेट नंबर चार तक भक्तों की कतार थी। जितने लोग कतार में थे, उतने ही लोगों का जत्था दर्शन पूजन के बाद वापस मैदागिन की ओर आ रहा था। गिरजाघर से गोदौलिया चौराहा या फिर दशाश्वमेध घाट पर लोगों के साथ वाहनों के जाने पर भी रोक थी। लोगों को रामापुरा वाले मार्ग पर भेजा जा रहा था। कैंट और बनारस समेत अन्य रेलवे स्टेशनों पर शनिवार को अयोध्या से आने वालों और प्रयागराज जाने वाले यात्रियों की भीड़ रही। स्थिति यह थी कि मेला स्पेशल के साथ लंबी दूरी की गाड़ियों के वातानुकूलित कोच भी तीर्थयात्री घुस गए थे, जिससे अफरातफरी रही।