प्लेन का गेट टूटा और मैं सीट समेत बाहर नीचे गिर गया, विमान हादसे में बचे इकलौते पैसेंजर ने बताया

(रणभेरी): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में एयर इंडिया के विमान दुर्घटना में एकमात्र जीवित यात्री से भी मुलाकात की। व्यक्ति विश्वास कुमार रमेश से भी मुलाकात की, जिसमें गुरुवार को प्लेन के 241 लोगों की जान चली गई थी। पीएम मोदी अस्पताल के C7 वार्ड का दौरा किया, जहां 25 घायल लोग इलाज करा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब इकलौते बचे यात्री विश्वास कुमार रमेश से हॉस्पिटल में मुलाकात करके हाल जाना तो जवाब में यात्री ने कहा, "प्लेन ब्लास्ट हुआ और मुझे विश्वास नहीं होता कि मैं कैसे जिंदा बाहर निकला। शायद दरवाजा टूटा और सीट समेत नीचे गिर गया। मुझे कुछ याद नहीं था।
रमेश कुमार अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती हैं। PM मोदी ने शुक्रवार को उनसे मुलाकात की और हालचाल जाना। दोनों के बीच करीब 10 मिनट बातचीत हुई। रमेश प्लेन की 11A सीट पर बैठे थे। हादसे के बाद वे घटनास्थल से खुद पैदल चलकर बाहर निकले।
उन्होंने बताया कि सब कुछ मेरे सामने हुआ। मुझे पता नहीं कैसे यह हुआ। मुझे विश्वास नहीं होता कि मैं कैसे जिंदा बाहर निकला। थोड़े वक्त के लिए लगा था कि मैं भी मरने वाला हूं। मेरी आंख खुली तो लगा कि मैं जिंदा हूं। मैंने सोचा मैं यहां से निकल सकता हूं और मैं निकल गया।
सवाल: फ्लाइट के टेक ऑफ होते ही क्या हुआ?
जवाब: टेक ऑफ होते ही पांच-दस सेकेंड के अंदर लगा कि स्टाप हो गया हो है। बाद में ग्रीन और व्हाइट लाइट ऑन हो गई। फिर जैसे ही स्पीड बढ़ाई। उसी समय गिर गया और धमाका हो गया।
सवाल: जब फ्लाइट हॉस्टल पर गिरी तभी आप बाहर निकले थे।
जवाब: मेरी सीट प्लेन के जिस हिस्से में थी, वो बिल्डिंग के निचले हिस्से से टकराया होगा। ऊपर के हिस्से में आग लग गई थी, कई लोग वहीं फंसे गए। शायद मैं सीट समेत नीचे गिर गया था। मैं जैसे-तैसे निकल पाया। दरवाजा टूट गया था और सामने कुछ खाली जगह दिखी, तो निकलने की कोशिश की। दूसरी साइड पर दीवार थी, वहां से शायद कोई नहीं निकल सका। आंखों के सामने ही दो एयर होस्टेस, एक अंकल-आंटी और सब कुछ जल रहा था।
सवाल: आप पैदल चलकर आए वहां से।
जवाब: हां।
अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया की उड़ान संख्या AI-171 (बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन) गुरुवार दोपहर 1.40 बजे क्रैश हो गई। इस प्लेन में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे। एक यात्री जिंदा बचा है। 240 लोगों की मौत हुई है। प्लेन जिस बिल्डिंग से टकराया, वहां अहमदाबाद के सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टर्स रहते हैं। जानकारी के मुताबिक हादसे के समय इमारत में 50 से 60 डॉक्टर मौजूद थे, इनमें 15 से ज्यादा घायल हो गए हैं। हादसे की जगह से मिले ज्यादातर शव पूरी तरह से झुलस गए।