बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से लापता युवक का शव बरामद, NDRF ने रेस्क्यू कर निकाला बाहर, जलकुंभी में फंसी थी बॉडी

बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से लापता युवक का शव बरामद, NDRF ने रेस्क्यू कर निकाला बाहर, जलकुंभी में फंसी थी बॉडी

वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी के मकबूल आलम रोड निवासी मोनू चौहान का शव सोमवार को बाढ़ग्रस्त इलाके से एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर बरामद किया। बीते कुछ दिनों से लापता चल रहे मोनू की तलाश में प्रशासन और राहत-बचाव दल लगातार जुटा हुआ था। आखिरकार सोमवार को शव मिलने के बाद इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।

बताया जा रहा है कि मोनू चौहान का मकान बाढ़ के पानी में पूरी तरह डूब चुका था और वह अकेले ही घर में रह रहा था। छह वर्ष पूर्व पत्नी के छोड़कर चले जाने के बाद मोनू एकाकी जीवन जी रहा था। परिवार में केवल भाभी और उनके बच्चे हैं, जो बाढ़ के चलते सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में शरण लिए हुए हैं।

परिजनों के अनुसार, रविवार रात मोनू घर आया और सोने के लिए डूबे हुए मकान में चला गया। सोमवार सुबह मोहल्ले में शोर सुनकर उसकी भाभी को घटना की जानकारी मिली। एसपी कैंट नितिन तनेजा ने बताया कि युवक मकान में सोने आया था अनुमान लगाया जा रहा वह शराब ज्यादा पी लिया था। बताया जा रहा है कि उसकी शादी हो गई थी लेकिन पत्नी छोड़कर चली गई थी। एनडीआरएफ द्वारा शव को निकाल लिया गया है। शव को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

मोनू किसी वजह से पानी के तेज बहाव में बह गया था, जिसके बाद से उसकी तलाश जारी थी। परिजन और स्थानीय लोग लगातार प्रशासन से उसकी खोजबीन की अपील कर रहे थे। प्रशासन ने गंभीरता दिखाते हुए एनडीआरएफ की टीम को मौके पर बुलाया। कई घंटों की मशक्कत के बाद शव को पानी से बाहर निकाला जा सका। मृतक की पहचान होते ही परिजनों में कोहराम मच गया। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि मोनू के परिवार को उचित आर्थिक सहायता दी जाए। फिलहाल शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।

मौके पर लालपुर पांडेयपुर पुलिस और NDRF की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर शव को बरामद किया। मृतक की भाभी ने शव की पहचान अपने देवर मोनू चौहान के रूप में की। घटनास्थल पर SDM सदर अमित कुमार, क्षेत्रीय पार्षद बृजेश श्रीवास्तव, लेखपाल और चौकी प्रभारी मौजूद रहे। प्रशासनिक कार्यवाही पूरी कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।