गंगाजल लेकर काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे पीएम,थोड़ी देर बाद करेंगे कॉरिडोर का लोकार्पण

गंगाजल लेकर काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे पीएम,थोड़ी देर बाद करेंगे कॉरिडोर का लोकार्पण

वाराणसी (रणभेरी): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र लगातार अपनी सनातन परंपरा को आगे बढ़ाने और अपने नए रंग-रूप को लेकर लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। आज विश्वनाथ कॉरिडोर धाम का पीएम नरेंद्र मोदी लोकापर्ण करने जा रहे हैं। पीएम मोदी ललिता घाट पहुंच कर गेरुआ वस्त्र धारण किया। इसके बाद पीएम मोदी ने गंगा नदी में डुबकी लगाई। गंगा की लहरों के बीच पीएम मोदी लंबे समय तक रहे। उन्होंने स्नान करने के बाद पूजन और ध्यान किया। पीएम मोदी ने मां गंगा की गोद में उतरकर पूजा भी की। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे। इसके बाद पीएम गंगाजल लेकर बाबा धाम की पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा कर रहे हैं। मंत्रोच्चार से मंदिर का परिसर गूंज रहा है। साथ ही भोलेनाथ की नगरी काशी में काशी वासी लोग सड़कों पर खड़े होकर लोकार्पण समारोह को टीवी पर देख रहे हैं। इस समारोह की पूरे देश में लाइव प्रसारण की व्यवस्था की गई है।

वही इस दौरान पीएम मोदी ने कॉरिडोर निर्माण में काम करने वाले मजदूरों परपुष्प वर्षा की। साथ ही पीएम ने मजदूरों के बीच बैठकर फोटो भी खिचवाई। इस दौरान मजदूर काफी प्रसन्न दिखे। पीएम ने सभी से बातचीत भी की। उनसे कुशलक्षेम पूछते हुए निर्माण कार्य में सहयोग के लिए धन्यवाद भी दिया।

सीएम योगी ने कहा कि आज काशी का हर वासी खुश है

सीएम योगी ने कॉरिडोर का लोकार्पण लेकर कहा कि पूज्य संतों के आशीर्वाद और पीएम मोदी का मार्गदर्शन के चलते हम अपने पथ पर अग्रसर हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि हजारों वर्षों के इंतजार के बाद ऐसा कहा जाता रहा है कि मां गंगा या तो भगीरथ की जटाओं में उलझी या फिर काशी के मणिकर्णिका घाट पर उलझी रही, लेकिन आज प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से आज हमको ये उपहार मिला है. काशी ने बहुत कुछ देखा है, एक हजार साल बाबा का धाम विपरित हालात में रहा. इंदौर की महारानी अहिल्याबाई होलकर ने यहां के लिए योगदान करा।

महाराजा रणजीत सिंह ने भी योगदान दिया लेकिन काशी अपने परिकल्पित स्वरूप में कभी नहीं आ पाई। योगी ने कहा कि काशी में बाबा विश्वनाथ के धाम का पुनर्निर्माण आयोध्या के मंदिर निर्माण का ही हिस्सा है, हम सबका सौभाग्य है कि बाबा विश्वनाथ आज नए स्वरूप में आ गए हैं. महात्मा गांधी जी सौ वर्ष पहले इन काशी की गलियों की गंदगी देखकर अप्रसन्न हुए थे, सरकारें आईं गयी, लेकिन इन काशी की गलियों का सौंदर्यीकरण अब पीएम द्वारा पूरा किया गया।