विद्यापीठ PhD परीक्षा में भ्रष्टाचार का शिक्षक संघ का आरोप, कहा परीक्षा में JRF क्वालिफाइड फेल और शुद्ध हिंदी न लिख पाने वाले हुए पास

विद्यापीठ PhD परीक्षा में भ्रष्टाचार का शिक्षक संघ का आरोप, कहा परीक्षा में JRF क्वालिफाइड फेल और शुद्ध हिंदी न लिख पाने वाले हुए पास

वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में हिंदी विभाग पर PhD एग्जाम को लेकर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। मामला 2021-22 सत्र में PhD एडमिशन का है। आरोप लगाने वाले काशी विद्यापीठ संबद्ध कॉलेज शिक्षक संघ का कहना है कि जिन्हें ठीक से हिंदी लिखने नहीं आती, उन्हें भी PhD परीक्षा में पास कर दिया गया है। वहीं, कई JRF कैंडिडेट को बाहर कर दिया गया। रिजल्ट में कुल 11 JRF ही पास हुए, जबकि बिना NET/JRF वाले 18 कैंडिडेट पास कराए गए हैं।

हिंदी PhD प्रवेश परीक्षा का फाइनल रिजल्ट 22 जुलाई को जारी किया गया था। इसमें 140 छात्रों का सेलेक्शन कर लिया गया। जबकि, विज्ञापन केवल 90 सीटों का ही दिया गया था। आरोप है कि कई योग्य उम्मीदवारों को बाहर कर दिया। जबकि, नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कई लोगों ने अपने चहेतों का सेलेक्शन कर लिया है। वहीं, शिकायत में यह भी बताया गया है कि हिंदी के कॉलेज में प्राध्यापक, कमीशन नियुक्त टीचर और JRF तक के सेलेक्शन नहीं हो पाया है। हिंदी के विभागाध्यक्ष पर भी पैसे लेकर और अपने चहेतों का सेलेक्शन कराने के आरोप लगे हैं।

 काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आनंद त्यागी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए  जांच कमेटी बिठा दी है। चंदौली महाविद्यालय शिक्षक संघ और काशी विद्यापीठ संबद्ध कॉलेज शिक्षक संघ ने संयुक्त रूप से कुलपति को ज्ञापन दिया। इस पर कुलपति ने जांच कराने का आश्वासन दिया। कहा कि जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

शिक्षक संघ के लोगों ने बताया कि सकलडीहा पीजी कॉलेज चंदौली के यज्ञनाथ पांडेय और लाल बहादुर शास्त्री पीजी कॉलेज, मुगलसराय के हिंदी के प्राध्यापक विनोद कुमार यादव का सेलेक्शन नहीं हो पाया। जबकि, वह आयोग की परीक्षा पास कर असिस्टेंट प्रोफेसर बने थे और JRF क्वालिफाइड हैं। वहीं विद्यापीठ ने नॉन NET/JRF कैंडिडेट को PhD परीक्षा पास करा दी। बता दें कि विद्यापीठ में इससे पहले भी कई बार सीटों से अधिक प्रवेश देने और धांधली के आरोप लगते रहे और मामला कोर्ट तक भी पहुंचा है।शिकायतकर्ताओं में काशी विद्यापीठ के संबद्ध कॉलेज के प्रांतीय प्रतिनिधि डॉ. बृजेश कुमार मिश्र, चंदौली के जनपदीय महाविद्याल शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. दयानिधि सिंह यादव, संघ के महामंत्री विनोद कुमार यादव, प्रो. मनोज कुमार पांडेय, डॉ. जितेंद्र और यज्ञनाथ पांडेय शामिल थे।