ज्ञानवापी में पूजा की मांग को लेकर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद तीसरे दिन अनशन पर, आज समर्थन में मौन उपवास
वाराणसी (रणभेरी): ज्ञानवापी मस्जिद में हुए सर्वे के दौरान शिवलिंग मिलने का दावा हिंदू पक्ष की ओर से किया गया था। मस्जिद में मिले कथित शिवलिंग की पूजा के अधिकार को लेकर एक तरफ मामला कोर्ट में है। हीं दूसरी तरफ पूजा के अधिकार को लेकर संघर्ष अब सड़कों पर भी आ गया है. शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद दर्शन पूजन की मांग को लेकर अपने मठ में ही अनशन पर हैं। उनकी सेहत में लगातार गिरावट हो रही है। डायबिटीक बताए जा रहे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का शुगर लेवल 44 पहुंच गया है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की सेहत में तेजी से आई गिरावट ने उनके शिष्यों और अनुयायियों की चिंता बढ़ गई है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के शिष्य ये कह रहे हैं कि कोई भी शिवलिंग की पूजा शुरू कर दे।
वाराणसी में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का सोमवार को तीसरे दिन अनशन जारी है। वह ज्ञानवापी परिसर में पूजा की मांग को लेकर शनिवार की सुबह 8:30 बजे से श्रीविद्या मठ में अनशन पर बैठे हुए हैं। उन्होंने आज भी अन्न और जल नहीं ग्रहण किया है। श्रीविद्या मठ में रविवार को हेल्थ चेकअप के लिए डॉक्टर भी आए थे। जांच में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का शुगर लेवल 184 पाया गया था। दो दिन में अब तक उनका वजन 3 किलोग्राम घट गया है। डॉक्टर लगातार उनकी सेहत पर नजर बनाए हुए हैं। उनका कहना है कि स्वामी का स्वास्थ्य अभी स्थिर है।
आज स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के समर्थन में अखिल भारतीय दंडी संन्यासी संघ और गंगा सेवा अभियानम् संस्था की तरफ से 1 बजे मौन उपवास रखा जाएगा। इसके बाद आध्यात्मिक उत्थान महिला मंडल समिति की ओर से शाम 5 बजे से अस्सी घाट पर संकीर्तन किया जाएगा। स्वामी के अनशन को देखते हुए श्रीविद्या मठ और उसके आसपास के क्षेत्र में पुलिस फोर्स तैनात है। वाराणसी कमिश्नरेट के अफसरों ने पुलिस और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (LIU) को अलर्ट रहने को कहा है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने रविवार को ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में मिली पत्थर की संरचना (जिसके शिवलिंग होने का दावा उनके द्वारा किया जा रहा है) की तस्वीर की पूजा की। इसके बाद मौन धारण कर लिया। ब्रह्मचारी हृदयानंद ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के स्वास्थ और शक्ति के लिए 1008 बार साष्टांग दंडवत प्रणाम किया। भगवान द्वारा उन्हें शक्ति प्रदान करने के लिए 4 बजे मठ में काशी शिवा मंच की ओर से सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ भी किया गया।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने 2 जून को कहा था कि ज्ञानवापी मस्जिद में हमारे आदि विश्वेश्वर का शिवलिंग प्रकट हुआ है। इसलिए 4 जून को वह 71 बटुकों, संतों, पुजारियों और ब्रह्मचारी के साथ वह ज्ञानवापी मस्जिद में प्रकट हुए शिवलिंग का दर्शन-पूजन करने जाएंगे। 4 जून की सुबह स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती श्रीविद्या मठ से बाहर निकलने के लिए बढ़े तो भारी पुलिस बल ने उन्हें रोक दिया।