दुनिया के सबसे ऊंचे चेनाब पुल से गुजरी स्पेशल वंदे भारत

दुनिया के सबसे ऊंचे चेनाब पुल से गुजरी स्पेशल वंदे भारत

श्रीनगर (रणभेरी): देश की सबसे प्रसिद्ध ट्रेनों में से एक  'वंदे भारत' ने शनिवार को एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। शनिवार को श्री माता वैष्णो देवी कटरा से श्रीनगर रेलवे स्टेशन के बीच विशेष रूप से डिजाइन की गई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का पहला ट्रायल रन सफल रहा। यह ट्रेन अपने सफर में चेनाब पुल से होकर गुजरी, जो दुनिया का सबसे ऊंचा रेल पुल है। स्पेशल वंदे भारत अंजी खाद पुल से भी गुजरी, देश का पहला केबल-स्टेड रेलवे ब्रिज है। ट्रेन सुबह करीब 11:30 बजे जम्मू में कुछ देर के लिए रुकी, जहां इसका स्वागत में लोगों ने जमकर नारेबाजी की। रेलवे के मुताबिक, ट्रायल पूरा होने के बाद इसके कमर्शल ऑपरेशन शुरू किया जाएगा। जल्द ही पीएम नरेंद्र मोदी कटरा से इस ट्रेन के पहले सफर को हरी झंडी दिखाएंगे, हालांकि अभी इसकी तारीख की घोषणा अभी नहीं की गई है।

इस ट्रेन में सभी तरह की अत्याधुनिका सुविधाएं उपलब्ध होंगी। कटरा से श्रीनगर तक के रूट पर इस ट्रेन के शुरू होने के बाद यात्री दिल्ली से सीधे श्रीनगर तक का सफर पूरा कर पाएंगे। ट्रेन सुबह 8 बजे कटरा से रवाना हुई और 11 बजे कश्मीर के अंतिम स्टेशन श्रीनगर पहुंची। यानी 160 किलोमीटर का सफर 3 घंटे में पूरा किया। जम्मू-कश्मीर में चलने वाली यह ट्रेन खास तौर पर कश्मीर के मौसम के हिसाब से डिजाइन की गई है। बर्फबारी में भी यह आसानी से चलेगी। ट्रेन में लगा हीटिंग सिस्टम पानी की टंकियों और बायो-टॉयलेट को जमने से रोकेगा। ड्राइवर का विंडशील्ड और एयर ब्रेक माइनस टेंपरेचर में भी काम करेगा। 11 जनवरी को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा- जम्मू-श्रीनगर रेल लिंक प्रोजेक्ट सपना सच होने जैसा है। अमृत भारत ट्रेनों के दूसरे वर्जन में 12 बड़े बदलाव किए गए हैं। इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) अगले दो सालों में ऐसी 50 ट्रेनें बनाएगी। वैष्णव ने चेन्नई में ICF के निरीक्षण के दौरान ये बात कही। 

वंदे भारत में ये होंगी खास सुविधाएं 

एडवांस हीटिंग सिस्‍टम 
सिलिकॉन हीटिंग पैड: पानी की टंकियों और बायो-टॉयलेट टैंकों को जमने से रोकते हैं, साथ ही ओवरहीट प्रोटेक्शन सेंसर सुरक्षा और विश्वसनीयता सुनिश्चित करते हैं। 

हीटेड प्लंबिंग पाइपलाइन: इसमें हीटिंग केबल पानी को जमने से रोकते हैं और जीरो से नीचे के तापमान में भी इसका सुचारू रूप से संचालन होता है।  

भारतीय शौचालयों में हीटर: वैक्यूम सिस्टम और शौचालयों के लिए गर्म हवा प्रदान करते हैं। 

ऑटो-ड्रेनिंग मैकेनिज्म: प्लंबिंग लाइनों में ड्रेनिंग सिस्टम लगे होते हैं, जिससे स्टैबलिंग के दौरान जमने से रोका जा सके। 

ड्राइवर के आराम और सुरक्षा में बढ़ोतरी

विंडशील्ड में एम्बेडेड हीटिंग एलिमेंट: ड्राइवर के फ्रंट लुकआउट ग्लास में डीफ्रास्टिंग के लिए हीटिंग एलिमेंट शामिल हैं, जो भीषण सर्दी के दौरान भी दृश्यता को बनाए रखना सुनिश्चित करते हैं। 

एंटी-स्पॉल लेयर: चरम मौसम या अप्रत्याशित घटनाओं के दौरान ड्राइवर को प्रभावों से बचाने के लिए जोड़ा गया। 

तकनीक को किया अपग्रेड 

एयर ड्रायर सिस्टम हीटिंग: यह सुनिश्चित करता है कि एयर ब्रेक सिस्टम ठंडी परिस्थितियों में भी बेहतर तरीके से काम करे। ट्रेन में मिलेगी बेहतर सुरक्षा: बेहतर सुरक्षा और सुविधा के लिए चौड़े गैंगवे, स्वचालित प्लग दरवाजे, मोबाइल चार्जिंग सॉकेट, इंफोटेनमेंट सिस्टम और CCTV भी ट्रेन में होंगे। 

हर मौसम में मिलेगी कनेक्टिविटी

कश्‍मीर घाटी के लिए वंदे भारत एक्‍सप्रेस किसी सौगात से कम नहीं है. माना जा रहा है कि इस ट्रेन की शुरुआत क्षेत्र के लिए रेल यात्रा में बड़ा बदलाव होगा. इस ट्रेन के शुरू होने के बाद यहां के लोगों को हर मौसम में ट्रेन की कनेक्टिविटी मिलेगी. बर्फ, ठंडे तापमान और मौसम से संबधित चुनौतियों पर काबू पाकर ट्रेन सेवाएं सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही अत्‍याधुनिक सुविधाओं के साथ विशिष्‍ट जलवायु में यात्रा का अद्भुत अनुभव प्रदान करेगी. यह घाटी को राष्ट्रीय रेलवे नेटवर्क से अधिक प्रभावी ढंग से जोड़ेगी।