वाराणसी एयरपोर्ट पर सनसनी: उड़ान से पहले यात्री ने खोला इमरजेंसी डोर, मचा हड़कंप

वाराणसी एयरपोर्ट पर सनसनी: उड़ान से पहले यात्री ने खोला इमरजेंसी डोर, मचा हड़कंप

वाराणसी (रणभेरी):  वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सोमवार शाम एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई। मुंबई जाने वाली आकासा एयर की फ्लाइट में एक युवक ने अचानक इमरजेंसी डोर खोलने की कोशिश की, जिससे विमान में अफरा-तफरी मच गई। रनवे की ओर बढ़ते समय क्रू की सतर्कता से किसी बड़े हादसे को टाल दिया गया।

विमान नंबर QP-1497 करीब 6:45 बजे टेकऑफ की तैयारी में था। इसी दौरान क्रू मेंबर्स की नजर एक यात्री पर गई, जो बार-बार इमरजेंसी गेट से छेड़छाड़ कर रहा था। संदेह गहराते ही क्रू ने तुरंत पायलट को सूचना दी और आपात संकेत जारी कर दिए। पायलट ने ATC से बात कर विमान को वापस एप्रन पर खड़ा करवा दिया। वहीं सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गईं और कुछ ही क्षणों में विमान को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया।

यात्रियों को सुरक्षित उतारकर विमान की गहन जांच की गई। जांच पूरी होने के बाद रात 7:45 बजे उड़ान को अनुमति दी गई। आरोपी युवक की पहचान जौनपुर के मुंगराबादशाहपुर निवासी सुजीत सिंह के रूप में हुई है, जिसे मौके से हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, युवक मुंबई जाने वाला था, लेकिन उसने ऐसा कदम क्यों उठाया, यह अभी स्पष्ट नहीं है। पुलिस और खुफिया टीमें उसकी पृष्ठभूमि और इरादों की जांच कर रही हैं।

एयरलाइन के स्थानीय प्रबंधक राजेश राय ने कहा कि क्रू ने पूरी सूझबूझ और प्रोफेशनल अंदाज़ में स्थिति को नियंत्रित किया। सभी सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए यात्रियों को सुरक्षित रखा गया। कंपनी ने असुविधा के लिए यात्रियों से खेद भी जताया है।

एविएशन विशेषज्ञों का कहना है कि उड़ान के दौरान या टेकऑफ से पहले इमरजेंसी गेट खोलने की कोशिश बेहद खतनाक होती है और इससे विमान के संतुलन व केबिन प्रेशर पर गंभीर असर पड़ सकता है। समय रहते कार्रवाई न की जाती, तो स्थिति भयावह हो सकती थी।

कुछ समय पहले भी वाराणसी एयरपोर्ट पर एक यात्री द्वारा केबिन गेट खोलने की कोशिश की घटना सामने आई थी, जो बाद में गलती साबित हुई थी। लेकिन सोमवार की घटना ने एक बार फिर हवाई सुरक्षा प्रणालियों की आवश्यकता और सतर्कता की अहमियत को साबित कर दिया।

वाराणसी की इस घटना ने यह संदेश दे दिया है कि विमान में किसी भी असामान्य हरकत को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। सुरक्षा बलों की तत्परता और क्रू की मुस्तैदी ने सैकड़ों जिंदगियों को संभावित खतरे से बचा लिया।