दरोगा साहब ने कर दी अमानवीयता की सारी हदें पार !

वाराणसी में दरोगा की बर्बता का वायरल हो वीडियो, दरोगा जी संकट मोचन चौकी इंचार्ज बताए जा रहे हैं
वाराणसी (रणभेरी): एक तरफ जहां वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल अपने पुलिसकर्मियों को आम जनता के साथ सलीके से पेश होने की पाठ पढ़ाते हैं वहीं उनके ही कुछ पुलिसकर्मी वर्दी की गर्मी में इंसानियत की सारी हदें पार करते नजर आते हैं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें साफ देखा जा सकता है दरोगा जी ने किस कदर इंसानियत की बलि चढ़ाकर बारी-बारी दो छात्रों को बेरहमी से घसीट-घसीट कर पीटते हुए दिखाई दे हैं।
वायरल वीडियो वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के लंका थाना के संकट मोचन चौकी इंचार्ज नवीन चतुर्वेदी का बताया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि किसी मामले में संकट मोचन चौकी प्रभारी नवीन चतुर्वेदी उक्त छात्रों को चौकी पर बुलाया फिर उन्हें भद्दी-भद्दी गालियां दी, उससे भी जब दरोगा जी का जी नहीं भरा तो छात्रों को बाल पकड़कर जमीन पर घसीट-घसीट कर पीटा। बताया जा रहा की जिन छात्रों को दरोगा जी बेरहमी से पीट रहे हैं वह मूल रूप से वाराणसी के पड़ोसी जिले चंदौली के रहने वाले है। छात्र वाराणसी में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थें। सूत्रों यह भी बता रहे हैं कि दरोगा जी की बर्बरता के बाद से यह दोनों छात्र बनारस छोड़ कर चले गए।
ऐसे में यह सवाल उठता है कि आखिर इन छात्रों ने ऐसा कौन सा बड़ा अपराध कर दिया था जिसके कारण दरोगा जी ने मानवता की सारी हदें पार कर बर्बरता पर उतारू हो गए! अगर कोई अपराध करता भी है तो उसके लिए कानून है। न्यायालय का अधिकार है कि अपराधी को उसके गुनाह के मुताबिक सजा दें, लेकिन दरोगा जी तो खुद ही अपने आप को न्यायालय समझ बैठे। आखिर दरोगा जो कि किसी भी आरोपी या मुलजिम को मारने का अधिकार किसने दिया ! क्या दरोगा जी कानून से भी ऊपर है ! या फिर दरोगा जी अपनी वर्दी की गर्मी बर्दास्त नहीं कर पाते हैं, बहरहाल वाराणसी के दरोगा नवीन चतुर्वेदी का यह वीडियों तेजी से वायरल हो रहा है जिसने मानवता को शर्मशार कर दिया !
सवाल यह भी उठ रहा है कि यदि इन छात्रों ने कोई संगीन अपराध किया था तो उनके खिलाफ मुक़दमा लिखकर उन्हें जेल क्यों नहीं भेजा गया?