Sawan 2022: हर-हर महादेव उद्घोष से गुंजी भोले की नगरी, कांवरियों का कहीं पखारे गए पांव तो कहीं पुष्प वर्षा से हुआ स्वागत
वाराणसी (रणभेरी): सावन के दूसरे सोमवार अवसर पर महादेव की नगरी काशी में भारी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है। लगातार बारिश होने की वजह से कुछ परेशानियों का सामना जरूर करना पड़ा। लेकिन बारिश का असर भक्तों के उत्साह के आगे फीका नजर आया। सावन के दूसरे सोमवार होने के अलावा आज प्रोदोष काल होने से भक्तों में उत्साह और उल्लास और भी ज्यादा है. माना जाता है प्रोदोश काल में भगवान शिव की पूजा करने से बाबा भोले और भी अधिक प्रसन्न होते हैं।
वही आस्था की डोर पर सवार भक्तों के आगमन से बाबा दरबार हर-हर बम-बम के नारों से गूंज उठा। मंगला आरती से शुरू हुआ जलाभिषेक और झांकी दर्शन का सिलसिला अनवरत जारी है। हर-हर महादेव का उद्घोष और ऊं नम: शिवाय का जाप करते हुए शिवभक्त बरसात के बीच भी बैरिकेडिंग में डटे हैं। मंदिर प्रशासन की ओर से शिवभक्तों को फूल बिछाकर और रेड कार्पेट पर स्वागत किया गया। काशी विश्वनाथ धाम जाने वाले सभी मार्ग पर केसरिया नजारा है। काशी पहुंचे कांवरियों के स्वागत के लिए कई समाजिक संगठन आगे आए। काशी विश्वनाथ धाम आने वाले कांवरियों और शिवभक्तों के प्रति लोगों में सेवा भाव नजर आया। कहीं कांवरियों के पांव पखारे गए तो कहीं पुष्पवर्षा की गई।
सुबह-ए-बनारस क्लब, नीचीबाग बुलानाला व्यापार मंडल एवं काशी केराना व्यापार मंडल के बैनर तले नीचीबाग में भक्तों के बीच श्रद्धा पूर्वक फलाहार स्वरूप मालपुआ और शर्बत-पानी का वितरण किया गया। कांवरियों का पैर पखारने के बाद उनके ऊपर पुष्प वर्षा करते हुए अंगवस्त्रम पहनाकर उनको सम्मान दिया गया।ऐस सेवा भाव देख सभी श्रद्धालु गदगद नजर आए। इस दौरान पुलिसकर्मी भी सहयोगी और मित्र की भूमिका में रही। इधर, काशी विश्वनाथ धाम में दोपहर 12 बजे तक तीन लाख से ज्यादा भक्तों ने हाजिरी लगाई है। कह सकते हैं यह संख्या सावन के पिछले आंकड़ों पर भारी पड़ गई है। सड़कों पर कांवरियों का रेला और श्रद्धा-भक्ति का मेला सजा हुआ है। गंगाद्वार की ओर से मंदिर में प्रवेश बंद कर दिए जाने के कारण भीड़ का पूरा दबाव गोदौलिया से मैदागिन के बीच दिखाई दे रहा है।
पूरा क्षेत्र बोल-बम और हर हर महादेव के उद्घोष गूंज रहा है। मंदिर परिक्षेत्र के आसपास का पूरा क्षेत्र भक्तिमय शिवगंगा से तरबतर नजर आ रहा है। श्रद्धालुओं की कतार का एक सिरा गोदौलिया होते हुए लक्सा, दशाश्वमेध घाट और दूसरा सिरा चौक के पार है।सावन के पहले सोमवार पर साढ़े पांच लाख श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया था। यह अपने आप में रिकॉर्ड था।