गंगा में क्रूज के खिलाफ नाविकों ने खोला मोर्चा
वाराणसी (रणभेरी सं.)। गंगा में संचालित होने वाले नए क्रूज बंगाल गंगा का शुक्रवार को मांझी समाज के लोगों ने विरोध किया। 50 से अधिक नाविक नमो घाट पहुंचे और बंगाल गंगा क्रूज के सामने धरने पर बैठ गए। मांझी समाज के लोगों का कहना था कि गंगा में लगातार क्रूज संचालन बढ़ने के कारण उनके सामने रोजी-रोटी का संगट गहराता जा रहा है। पहले से ही काशी में क्रूज चलाए जा रहे हैं। अब सरकार के द्वारा एक और क्रूज गंगा में उतारा जा रहा है। शुक्रवार की शाम गंगा के बीच नाविकों ने क्रूज की घेराबंदी करके जबरदस्त प्रदर्शन किया। गंगा में अलकनंदा क्रूज के बाद दो और नए लग्जरी क्रूज के आने की खबर सुन के नाविक आक्रोशित हो गए।
नाविकों का कहना है कि क्रूज संचालन के कारण नौका संचालन कर अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले नाविक भुखमरी के कगार पर पहुंच जायेंगे। नाविकों ने पहले भी क्रूज संचालन का विरोध किया था, लेकिन प्रशासन ने उनकी बात नहीं सुनी। नमो घाट के नमस्ते हैंड के सामने पिछले पांच दिनों से बंगाल गंगा क्रूज आकर खड़ी है। जिसका संचालन राजेंद्र प्रसाद घाट से नमो घाट के बीच होना है। फिलहाल पर्यटन विभाग नए क्रूज के संचालन की रूप रेखा तैयार करने में लगा है। माझी समाज के लोगों ने धरना देकर विरोध दर्ज किया।
नाविकों ने कहा- हमारे पेट पर लात मार रही सरकार
नाविक समाज के प्रमोद माझी ने बताया कि एक बड़ा क्रूज 4 दिन पहले नमो घाट पहुंचा है। हम लोगों को जानकारी मिली है कि ऐसा ही एक बड़ा क्रूज और आ रहा है, जो रामनगर से आदि केशव घाट के बीच चलेगा। पहले से ही अलकनन्दा क्रूज 4 बड़ी क्रूज संचालित कर रहा है। ऐसे में हम लोगों का रोजगार खत्म करने की साजिश सरकार कर रही है। हम किसी भी हालत में इन क्रूज को संचालित नहीं करने देंगे। अगर सरकार ने जबरदस्ती की तो इस बार देव दीपावली में हम कोई नौका या क्रूज नहीं चलने देंगे। 4 महीने से हम लोग बाढ़ की वजह से वैसे ही बेकार बैठे थे। अब इन बड़े क्रूज संचालकों को उतार कर हमारे रोजगार को छीना जा रहा है।
अजय राय हुए हमलावर
कांग्रेस नेता अजय राय ने इस मामले को अपने सोशल मीडिया हैंडल से शेयर करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। अजय राय ने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर के प्रसाद का काम अभी हाल ही में गुजरात की अमूल कंपनी को दे दिया, जिसकी वजह से स्थानीय लोगों का रोजगार खत्म हो गया। अब अन्य प्रदेशों के बड़े लोगों को यहां बुला कर माझी समुदाय के आय के जरिए को उनको सौंपने की तैयारी है। पीएम मोदी बनारस के सांसद हैं, लेकिन स्थानीय लोगों के साथ वो सौतेला व्यवहार कर रहे हैं। काशी के स्थानीय व्यापार को बाहरी उद्योगपतियों को सौंपना कहां तक उचित है।
बड़ी क्रूज चलने से हो सकता हैं बड़ा हादसा
प्रमोद माझी ने कहा कि इससे पहले भी वाराणसी में प्रशासन द्वारा क्रूज चलवाया जा रहा है। हमने इसको लेकर कई बार विरोध भी किया। उन्होंने कहा कि इस तरह गंगा में बड़ी-बड़ी नाव चली तो कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है क्योंकि यहां के नाविक छोटी नावचलते हैं। नाविकों के विरोध को शांत कराने के लिए मौके पर पुलिस प्रशासन मौजूद हैं। नाविक समाज के अध्यक्ष प्रमोद ने कहा कि आज हम लोगों ने एक छोटा सांकेतिक विरोध किया है। उन्होंने कहा कि अगर यह क्रूज वापस नहीं हुआ तो बनारस में चलने वाले सभी क्रूज को घेरा जायेगा और फिर भी हमारी बात नहीं मानी गई तो नौका संचालन देव दीपावली के दिन बंद करके हम बड़ा विरोध दर्ज करेंगे। नाविकों ने आक्रोशित होकर अधिकारियों को साफ-साफ चेतावनी दी कि अगर इन दोनों क्रूज का संचालन किया गया तो वे किसी भी क्रूज को गंगा में चलने नहीं देंगे। इस मामले को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल पर उठाते हुए सरकार पर निशाना साधा।