Gyanvapi Survey से पहले उमड़ी रिकॉर्ड तोड़ भीड़, देखे photos
(रणभेरी): वाराणसी स्थित ज्ञानवापी परिसर में वीडियोग्राफी को लेकर शुक्रवार सुबह से ही सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। ताकि अदालत के आदेश से एडवोकेट कमिश्नर द्वारा सर्वे का काम निर्विघ्न संपन्न हो, इसके लिए आज सुबह से ही हवन-पूजन शुरू किया गया है। श्रीकाशी सुमेरु पीठाधीश्वर जगतगुरु स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने अस्सी स्थित अपने आश्रम में दंडी स्वामी और संन्यासियों के साथ तब तक हवन करते रहने का निर्णय लिया है, जब तक सर्वे की कार्रवाई शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न नहीं हो जाती है।
वहीं अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी ने वीडियोग्राफी कराए जाने के फैसले का विरोध जताया है। जुमे की नमाज के लिए काफी संख्या में नमाजी पहुंचे। नमाजियों की भीड़ इतनी ज्यादा थी पुलिस को संभालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। तय संख्या में प्रवेश के बाद जगह की कमी होने के कारण पुलिस ने बैरीकेडिंग कर दी। कई नमाजियों को अंदर प्रवेश नहीं मिला जिससे वो मायूस होकर लौटे।
वही एक एक महिला गेट सामने ही सड़क पर बैठ कर नमाज पढ़ने लगी। काफी देर तक महिला नमाज पढ़ती रही। मौके पर पहुंची पुलिस ने उक्त महिला को वहां से हटाया। बताया जा रहा है कि उपरोक्त महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ है। ज्ञानवापी परिसर के सर्वे से पहले जुमे की नमाज के लिए काफी संख्या में लोग पहुंचे। साथ ही स्थानीय लोगों का कहना है कि आमतौर पर इतनी संख्या में लोग ईद के दिन भी नमाज के लिए नहीं पहुंचे थे। पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है। बेवजह भीड़ लगाने वालों को हटाया-बढ़ाया जा रहा है। वहीं शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए स्थानीय लोगों का भी सहयोग लिया जा रहा है।
गोदौलिया-मैदागिन मार्ग पर कुछ दुकानें भी बंद हो रही हैं। पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश खुद चौक थाने पर कैंप कर रहे हैं। ज्ञानवापी और आसपास उमड़ी भीड़ को पुलिल लगातार हटाने में जुटी है। काशी विश्वनाथ मंदिर के अंदर-दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं या किसी भी व्यक्ति की सघन जांच करके ही उसे अंदर प्रवेश दिया जा रहा है। ज्ञानवापी परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पहले से ही पैरामिलिट्री फोर्स के हवाले है। सर्वे की कार्रवाई का समय दोपहर तीन सुनिश्चित किया गया है। इससे पहले हलचल बढ़ गई है। वाराणसी के पुलिस आयुक्त ए.सतीश गणेश ने खुद कमान संभाल रखी है। इतना ही नहीं लोकल इंटेलिजेंस यूनिट के साथ-साथ आईबी की टीमें भी सादी वर्दी में क्षेत्र में है। इसके अलावा पैरामिलिट्री फोर्स और पीएसी के बल को भी स्टैंडबाई पर रखा गया है। वीडियोग्राफी और साक्ष्य आदि के संबंध में सुरक्षित स्थान अधिवक्ता आयुक्त को पुलिस उपलब्ध करवाएगी। साथ ही अधिवक्ता आयुक्त नियमानुसार कमीशन कार्यवाही करेंगे और अपनी रिपोर्ट तय तिथि 10 मई को कोर्ट में दाखिल करेंगे।