रंग लाई रणभेरी की मुहिम, सनबीम के प्रबंधक को भेजा गया जेल !

रंग लाई रणभेरी की मुहिम, सनबीम के प्रबंधक को भेजा गया जेल !

स्कूल प्रबन्धक गिरफ्तार, चैयरमैन समेत 10 लोगों से एसआईटी ने पूछताछ के बाद छोड़ा
बाल सरंक्षण आयोग की टीम द्वारा स्कूल प्रबंधन की खामिया गिनाने के बाद कार्रवाई की बढ़ी थी संभावना

वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी के चर्चित स्कूलों में शुमार सनबीम लहरतारा में बीते दिनों स्वीपर द्वारा मासूम सीबिटिया के साथ हुई दुष्कर्म मामले में अब न्याय की उम्मीद जग रही है। छात्रा के साथ दुष्कर्म के मामले आने से पूरी काशी शर्मसार और आक्रोशित हो उठी थी। शिक्षा, धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी को कलंकित होता देख अभिभावक समेत काशीवाशी स्कूल प्रबंधन पर भी कार्रवाई की मांग कर रहे थे। तमाम संगठन, नेताओं, समाजसेवियों, अधिवक्ताओं से लेकर आमजन तक बेटी को न्याय दिलाने और स्कूल प्रशासन पर भी कार्रवाई सुनिश्चित करने को लेकर अपनी आवाज बुलंद कर रहे थे। स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग को लेकर ‘रणभेरी’ अखबार से शुरू से ही एक मुहिम छेड़ी थी जो रंग लाई और स्कूल प्रबंधक को गिरफ्तार  कर जेल भेजा गया। हालांकि इस मामले में अब जिस तरीके से पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश द्वारा बनाई गई एसआईटी की टीम ने अपना रुख अख्तियार किया है उससे अब यही समझा जा रहा है कि स्कूल प्रबंधन पर भी अब कार्रवाई तय है।

बेटी के साथ स्कूल में हुए दुराचार मामले में मंगलवार को बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने भी संज्ञान लेते हुए स्कूल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्कूल में कई खामियां पाई। दूसरी तरफ पुलिस कमिश्नर द्वारा गठित विशेष जांच कमेटी नेअब पूछताछ के लिए स्कूल प्रबंधक को गिरफ्तार किया है वहीं चेयरमैन समेत 10 लोगों से पूछताछ की गई। पूछताछ के बाद चेयरमैन समेत अन्य लोगों को छोड़ दिया गया जबकि प्रबंधक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। 

सोमवार को सात घंटे की पूछताछ

छात्रा के साथ दरिंदगी मामले में एसआईटी ने सोमवार को लहरतारा स्थित सनबीम स्कूल के प्रबंधन से सात घंटे पूछताछ की। दोपहर करीब 12 बजे पहुंचीएसआईटी ने देर शाम लगभग सात बजे तक छानबीन की थी। एसआईटी ने स्कूल के मालिक, प्रबंधक और प्रिंसिपल, शिक्षकों और सफाई इंचार्ज से अलग-अलग बात की। स्कूल के अंदर गर्ल्स और ब्वॉयज टायलेट के बाबत भी जानकारी ली। महिला व पुरुष कर्मी कीसंख्या भी एसआईटी ने रजिस्टर में दर्ज की।हालांकि तμतीश में अब तक स्कूल में हद दर्जे की लापरवाही मिली।

बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने कल सनबीम का किया था दौरा

लहरतारा सनबीम स्कूल में हुए छात्रा से दुराचार के मामले को लेकर उत्तर प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने मंगलवार को घटनास्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान आयोग सदस्यों ने बताया कि विद्यालय के दूसरे तल पर लड़कियों के लिए शौचालय बनाया जा रहा है, जो पहले ही होना चाहिए था। इसके साथ ही स्कूल प्रबंधन को उन्होंने चेतावनी दी कि घटना से जुड़ा पूरा विवरण यदि उनके पास तीन दिन में नहीं आया तो स्कूल मैनेजमेंट कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहे। वहीं उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार सरंक्षण आयोग की सदस्य निर्मला पटेल ने बताया की बीती 26 नवंबर को लहरतारा स्थित सनबीम स्कूल में 9 वर्षीय छात्रा के साथ दुराचार हुआ था। इसे गंभीरता से लेते हुए वह बाल कल्याण समिति की वाराणसी की अध्यक्ष स्नेहा उपाध्याय और बाल संरक्षण अधिकारी निरूपमा सिंह के साथ लहरतारा स्थित सनबीम स्कूल का निरीक्षण करने गई थीं। उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान एक क्लास टीचर, एकेडमिक हेड और कोऑर्डिनेटरमिलीं।

तीनों लोगों ने उन्हें बताया कि विद्यालय से जुड़े अन्य सभी महत्वपूर्ण लोग दुराचार के मामले में गठित एसआईटी के सामने जांच के लिए गए हैं। इसलिए अन्य बातों की जानकारी किसी को भी देने के लिए मना किया गया है। सहयोग न करने के बावजूद उनकी टीम ने स्कूल में मौजूद लोगों का बयान दर्ज किया है। आयोग के सदस्यों की नजर में इस प्रकरण में प्रथम दृष्टया स्कूल की कमी सामने आई है। इस प्रकरण को लेकर आयोग के स्तर से जल्द ही ठोस और सार्थक निर्णय लिया जाएगा।

चार दिन में लगवाएं सीसीटीवी कैमरे : अपर पुलिस आयुक्त

अपर पुलिस आयुक्त अपराध व मुख्यालय सुभाष च्रंद दुबे ने कहा है कि सभी स्कूल प्रबंधकों और प्रिंसिपल को यह निर्देशित किया गया है कि चार दिन के अंदर जहां-जहां सीसी कैमरे नहीं है, वह लगवा लें और खराब कैमरे दुरुस्त करा लें। स्कूल के अंदर गर्ल्स और ब्वायज टायलेट हर फ्लोर पर होने चाहिए। स्कूल में महिला कर्मी जरूर होना चाहिए। उन्होंने स्कूल
प्रबंधकों को चेतावनी दी कि चार दिन बाद पुलिस स्कूलों का निरीक्षण करेगी। जहां कैमरे नहीं मिलेंगे उन पर कार्रवाई तय है।'

स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए गठित होगी सिक्योरिटी ऑडिट कमेटी

सनबीम स्कूल लहरतारा में छात्रा के संग हुई दरिंदगी के बाद स्कूलों में सिक्योरिटी ऑडिट कमेटी का गठन किया जाएगा। इस कमेटी में स्कूल प्रबंधक, प्रिंसिपल, शिक्षक, अभिभावक और पुलिस शामिल रहेगी। कमेटी में शामिल अभिभावक और पुलिस कभी भी स्कूलों में सुरक्षा सहित अन्य बिंदुओं की जांच कर सकेगी। मंगलवार की शाम ट्रैफिक लाइन के सभागार में पुलिस आयुक्त के साथ शहर के स्कूल प्रबंधकों, प्रिंसिपल और अभिभावकों की बैठक हुई। इसमें विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई। इस दौरान आए सुझाव को भी अमल में लाने पर मंथन किया गया। पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने बताया कि स्कूल के अंदर सुरक्षित वातावरण, सीबीएसई, आईसीएसई, यूपी बोर्ड के गाइड लाइन का कितना पालन किया जा रहा है। सुरक्षा के बाबत क्या व्यवस्था है आदि का अवलोकन किया जाएगा।

26 नवंबर को मासूम के साथ स्कूल में हुआ था दुष्कर्म

सनबीम स्कूल लहरतारा में क्लास-3 की छात्रा से 26 नवंबर को स्कूल के वॉशरूम में स्वीपर अजय कुमार उर्फ सिंकू ने छात्रा के साथ दुष्कर्म किया था। बच्ची को उसने धमकाया था कि अगर किसी को कुछ बताओगी तो वह उसे बहुत मारेगा। सहमी हुई बच्ची स्कूल से जब घर पहुंची तो मां को आपबीती सुनाई। इसके बाद उसके पिता ने घटना के बारे में पुलिस को जानकारी दी तो अजय कुमार गिरफ्तार किया गया। उसके बाद से ही काशीवासी लामबंद थे कि बच्ची के साथ हुई अमानवीय घटना के लिए स्कूल प्रबंधन के जिम्मेदार लोगों पर भी कार्रवाई हो।

प्रबन्धक गिरफ्तार, चेयरमैन सहित 10 लोगों से एसआईटी कर रही है पूछताछ

लहरतारा स्थित सनबीम स्कूल में क्लास-3 की छात्रा से रेप के मामले में पुलिस ने बुधवार को प्रबंधक दिलीप सिंह को गिरμतार कर लिया है। पुलिस आज उन्हें कोर्ट में पेश करेगी। सिगरा थाने की पुलिस का कहना है कि रेप के आरोपी अजय कुमार उर्फ सिंकू को स्वीपर के पद पर प्रबंधक ने ही नियुक्त किया था। सनबीम ग्रुप के चेयरमैन दीपक मधोक सहित स्कूल मैनेजमेंट से जुड़े 10 लोगों से एसआईटी पिछले 12 घंटे से पूछताछ कर रही है। पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने कहा कि सनबीम मैनेजमेंट से लहरतारा स्कूल से संबंधित सारे कागजात पेश करने को कहा गया है। हम इस संबंध में सीबीएसई बोर्ड से भी संपर्क करेंगे। एसआईटी की जांच और पूछताछ जारी है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।