धार्मिक टिप्पणी के बाद ट्रोल्स के निशाने पर राजामौली, सोशल मीडिया पर उफान
(रणभेरी): हैदराबाद में शनिवार को निर्देशक एस. एस. राजामौली की अपकमिंग फिल्म ‘वाराणसी’ के टीज़र लॉन्च इवेंट में उस समय हंगामे जैसे हालात बन गए जब तकनीकी खराबी के चलते बार-बार कोशिश करने के बाद भी टीज़र प्ले नहीं हो सका। लगातार समस्या आने पर राजामौली मंच पर पहुंचे और दर्शकों से माफी मांगी। मगर इसी दौरान दिया गया उनका बयान अब नई विवाद की वजह बन गया है।
सूत्रों के अनुसार, राजामौली ने मंच से कहा कि वो भगवान में ज़्यादा विश्वास नहीं रखते, लेकिन उनके पिता कहा करते थे कि जब भी उन्हें परेशानी होगी भगवान हनुमान मार्ग दिखाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि जैसे ही तकनीकी गड़बड़ी हुई, उन्हें गुस्सा आया और मन में सवाल उठा- “क्या ऐसे भगवान मदद करते हैं?”
यहीं नहीं रुके। निर्देशक ने यह भी बताया कि उनकी पत्नी भगवान हनुमान की भक्त हैं, और गड़बड़ी के दौरान वे कुछ देर के लिए पत्नी से भी नाराज़ हो गए थे। दोबारा टीज़र चलाने की कोशिश में जब फिर से असफलता मिली तो उन्होंने मंच से कहा कि अगर उनके पिता के हनुमान ने एक बार मदद की थी, तो वे देखना चाहते हैं कि पत्नी के हनुमान दोबारा मदद करते हैं या नहीं।

इवेंट का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही मामला तूल पकड़ गया। बड़ी संख्या में यूज़र्स और धार्मिक संगठनों ने राजामौली के बयान को भगवान हनुमान के प्रति “असम्मानजनक” और “धार्मिक भावनाएं आहत करने वाला” बताते हुए सोशल मीडिया पर माफी की मांग शुरू कर दी है।
विवाद बढ़ने के बाद भी अब तक राजामौली ने बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, इवेंट में तकनीकी समस्या को लेकर उन्होंने अपने आधिकारिक X अकाउंट पर दर्शकों से आभार जताया और लंबा इंतज़ार करने के बावजूद धैर्य बनाए रखने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने लिखा कि महेश बाबू के फैंस और उपस्थित तेलुगु दर्शक “अपने आइडल जितने अनुशासित” हैं।
बहरहाल, टीज़र लॉन्च कार्यक्रम की तकनीकी असफलता अब धार्मिक विवाद में बदल गई है। सोशल मीडिया पर बहस जारी है और विरोधी लगातार माफी की मांग पर अड़े हुए हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि राजामौली इस मामले में आगे क्या रुख अपनाते हैं और क्या आधिकारिक बयान जारी करते हैं।











