मंडुवाडीह लालबत्ती क्षेत्र में सज रहा देह व्यापार
- पुलिस की नाक के नीचे चलता है देह व्यापार, लालबत्ती क्षेत्र में आए दिन होती है छिनैती
- संस्था की सूचना पर पुलिस ने की छापेमारी
- देह व्यापार में फंसी चार युवतियों को किया गिरफ्तार
वाराणसी(रणभेरी): मंडुवाडीह क्षेत्र के शिवदासपुर के लालबत्ती क्षेत्र में गुरुवार की शाम एसीपी कैंट के नेतृत्व में मंडुवाडीह पुलिस और क्राइम ब्रांच ने वाराणसी की एक संस्था की निशानदेही पर देह व्यापार के दलदल में फंसी चार युवतियों को छापेमारी कर गिरफ्तार कर वैधानिक कार्यवाही किया।जानकारी के अनुसार वाराणसी की संस्था फ्रीडम फर्म के बंगाल यूनिट के लोगो को जानकारी मिली कि बंगाल व अन्य क्षेत्रो की तीन युवतियों से मंडुवाडीह क्षेत्र के शिवदासपुर रेडलाइट एरिया में जबरन देह व्यापार कराया जा रहा है। जानकारी मिलने पर संस्था के आधा दर्जन सदस्यों ने पहले रेडलाइट एरिया में सुरागरसी किया। उसके बाद एसीपी कैंट से संपर्क किया।गुरुवार को एसीपी कैंट रत्नेश्वर सिंह, थानाध्यक्ष मंडुवाडीह राजीव कुमार सिंह व क्राइम टीम ने शिवदासपुर स्थित रेड लाइट एरिया में छापेमारी किया। वहां से चार युवतियों को गिरफ्तार किया। रेडलाइट एरिया में अचानक पुलिस को देख कर अफरातफरी मच गयी। कई युवतियां वहां से भाग निकली। पुलिस ने युवतियों के पास से कुछ दवाइयां व कुछ आपत्तिजनक सामग्री के साथ लगभग चार हजार रुपए और एक बुलेट गाड़ी भी बरामद किया।
पुलिस की सांठगांठ से चलता है धंधा
मिली जानकारी के अनुसार बुलेट गाड़ी नंबर ट्रेस करने पर पता चला कि बुलेट गाड़ी के मालिक सुनील गुप्ता शिवदासपुर निवासी हैं जो लालबत्ती क्षेत्र में देह व्यापार करने वाली महिलाओं से वसूली करते हैं। सूत्रों से की माने तो उक्त व्यक्ति का जानकारी पुलिस से सांठगांठ है इसलिए इसपर कोई करवाई नहीं होती।
मकान मालिक पुलिस की गिरफ्त से दूर
शिवदासपुर लाल बत्ती क्षेत्र में पुलिस छापेमारी कर देह व्यापार करने वाली महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया लेकिन मकान मालिक अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। घटनास्थल पर पुलिस जिस समय दबिश दी उस समय मकान मालिक मौजूद थे। सवाल यह है कि जब मकान मालिक मौजूद था तो आखिर पुलिस उसे क्यों नहीं गिरफ्तार की...!
पुलिस मामले में करती रही लीपापोती
लाल बत्ती क्षेत्र से दोपहर 2 बजे के आसपास छापेमारी कर पुलिस ने चार युवतियों को गिरफ्तार किया। इस विषय में जब हमारे संवाददाता ने क्षेत्राधिकारी कैंट से बात कर जानकारी लेने की कोशिश की तो वे जानकारी देने में असमर्थ रहे।