प्रधानमंत्री की डीएम के साथ बैठक,कहा- पहले विकास सिर्फ आंकड़ों में दिखता था

प्रधानमंत्री की डीएम के साथ बैठक,कहा- पहले विकास सिर्फ आंकड़ों में दिखता था

(रणभेरी): प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी ने आज 22 जनवरी को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग जरिए जिले के कलेक्टर (DM) से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की। पीएम मोदी ने सभी डीएम को संबोधित भी किया। इस दौरान पीएम मोदी ने जिले में होने वाली समस्याओं से अवगत करवाया। देश में पहले आंकड़ों में आर्थिक विकास दिखता रहा, लेकिन आजादी के इतने सालों बाद भी देश के कई जिले पीछे रह गए। इन जिलों पर पिछड़े जिलों का टैग लगा दिया गया। एक तरफ सैकड़ों जिले प्रगति करते गए और पिछड़े जिले और पीछे होते गए। समग्र रूप से जब परिवर्तन नजर नहीं आता है तो जो जिले काम कर रहे हैं उनमें भी निराशा आती है।पीएम ने कहा कि एक तरफ बजट बढ़ता रहा, योजनाएं बनती रहीं, आंकड़ों में आर्थिक विकास भी होता रहा, लेकिन फिर भी आजादी के 75 साल बाद भी देश में कई जिले पीछे ही रह गए। समय के साथ इन जिलों के साथ पिछड़े जिलों का टैग लगा दिया गया।

पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 4 सालों में देश के लगभग हर आकांक्षी जिले में जन-धन खातों में 4 से 5 गुना की वृद्धि हुई है। लगभग हर परिवार को शौचालय मिला है, हर गाँव तक बिजली पहुंची है, और बिजली सिर्फ गरीब के घर में नहीं पहुंची है बल्कि लोगों के जीवन में ऊर्जा का संचार हुआ है।

उन्होंने कहा "एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट में विकास के लिए प्रशासन और जनता के बीच सीधा कनेक्ट, एक इमोशनल जुड़ाव बहुत जरूरी है। एक तरह से गवर्नेंस का 'टॉप-टू-बॉटम' और 'बॉटम-टू-टॉप' फ्लो और इस अभियान का महत्वपूर्ण पहलू है- टेक्नोलॉजी और इनोवेशन "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज आज़ादी के अमृतकाल में देश का लक्ष्य है सेवाओं और सुविधाओं का शत प्रतिशत सेचुरेशन यानी, हमने अभी तक जो उपलब्धियां हासिल की हैं। 

पीएम मोदी ने कहा कि सरकार के अलग-अलग मंत्रालयों ने, अलग-अलग विभागों ने ऐसे 142 जिलों की एक लिस्ट तैयार की है। जिन एक-दो पैरामीटर्स पर ये अलग-अलग 142 जिले पीछे हैं, अब वहां पर भी हमें उसी कलेक्टिव अप्रोच के साथ काम करना है, जैसे हम आकांक्षी जिलों में करते हैं।साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले चार सालों में देश के लगभग हर आकांक्षी जिले में जन-धन खातों में 4 से 5 गुना की वृद्धि हुई है। लगभग हर परिवार को शौचालय मिला है, हर गांव तक बिजली पहुंची है और बिजली सिर्फ गरीब के घर में नहीं पहुंची है बल्कि लोगों के जीवन में ऊर्जा का संचार हुआ है। 

पीएम ने कहा कि आकांक्षी जिलों में जो लोग रहते हैं, उनमें आगे बढ़ने की तड़प होती है। इन लोगों ने अपने जीवन का अधिकतर समय अभावों में, मुश्किलों में गुजारा है। हर छोटी-छोटी चीजों के लिए उन्होंने परिश्रम किया है। इसलिए वो लोग साहस दिखाने के लिए, रिस्क उठाने के लिए तैयार होते हैं। आकांक्षी जिलों में देश की पहली अप्रोच रही कि इन जिलों की मूलभूत समस्याओं को पहचानने पर खास काम किया गया। इसके लिए लोगों से उनकी समस्याओं के बारे में सीधे पूछा गया, उनसे जुड़ा गया।डिजिटल इंडिया के रूप में देश एक मौन क्रांति का साक्षी बन रहा है। हमारा कोई भी जिला इसमें पीछे नहीं छूटना चाहिए। डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर हमारे हर गांव तक पहुंचे, सेवाओं और सुविधाओं की डोर स्टेप डिलिवरी का जरिया बने, ये बहुत जरूरी है।