राष्ट्रपति मुर्मू ने बेटी के साथ किए बाबा विश्वनाथ धाम के दर्शन, सीएम के साथ स्पेशल गंगा आरती में होंगी शामिल
वाराणसी (रणभेरी): काशी में आज उत्सव सा माहौल है। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार की दोपहर पहली बार काशी दौरे पर पहुंची। बतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ठीक दोपहर 3 बजे राष्ट्रपति मुर्मू की अगवानी राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने साथ ही कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, मंत्री दयाशंकर मिश्र 'दयालु', नीलकंठ तिवारी, समेत कई आलाधिकारी ने उनका स्वागत किया। मुर्मू ने बेटी के साथ काल भैरव के दर्शन किए।
मंदिर के पुजारी ने स्मृति चिन्ह के रूप में राष्ट्रपति को बाबा काल भैरव का तस्वीर और प्रसाद दिया। मंदिर में दर्शन के बाद राष्ट्रपति और राज्यपाल ने मंदिर के दानपत्र में दान किया। इस एक दिवसीय काशीयात्रा के दौरान वह काल भैरव मंदिर दर्शन करने पहुंची। पुलिस लाइन से वरुणा पुल तक लोग सड़क किनारे खड़े होकर राष्ट्रपति का अभिवादन कर रहे हैं। कालभैरव मंदिर के पास सुरक्षा सख्त कर दी गई है। मंदिर के पास से मीडिया को भी हटा दिया गया था। इसके बाद कालभैरव मंदिर में दर्शन-पूजन के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू काशी विश्वनाथ धाम पहुंची।
जहां राष्ट्रपति मुर्मू का डमरू निनाद, शंख ध्वनि और वैदिक मंत्रोच्चार से उनका स्वागत हुआ काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बाहर निकल चुकी हैं। उन्होंने षोडशोपचार पूजन करके देशवासियों के कल्याण की कामना की। मंदिर से निकलकर अब धाम परिसर की भव्यता निहार रही हैं। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, मंत्री दयाशंकर मिश्र 'दयालु', नीलकंठ तिवारी, समेत कई आलाधिकारी मौजूद हैं।धाम से निकल बाबा धाम से निकलकर राष्ट्रपति दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की आरती में शामिल होंगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए घाटों पर रेड कारपेट वेलकम की तैयारी है। दशाश्वमेध घाट की सभी सीढ़ियों और श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में रेड कारपेट बिछा दी गई है। आज काशी की गंगा आरती काफी स्पेशल होगी। 21 देव कन्याओं के संग 9 अर्चक गंगा की भव्य आरती उतारेंगे। आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गंगा आरती निहारेंगी। वे पहली बार वाराणसी आ रही हैं। क्रूज से चलकर दशाश्वमेध घाट की भव्य गंगा आरती की साक्षी बनेंगी। राष्ट्रपति के आने से पहले आरती स्थल को देव-दीपावली की तरह से सजा दिया गया है। गंगा के घाट माला-फूल से लदे, साफ-सुथरे और चमकते नजर आ रहे हैं। जोनल स्वास्थ्य अधिकारी राम सकल यादव ने कहा कि धार्मिक स्थलों की ओर जाने वाली सड़कों से अतिक्रमण हटा दिए गए हैं। घाट पर से पान के पीक तक पोछवाए गए हैं।घाट को फूलों से सजाया गया है। हर चौराहे राष्ट्र ध्वज और द्रौपदी मुर्मू के पोस्टर से सजाए गए हैं। हर काशीवासी पहली बार राष्ट्रपति मुर्मू की एक झलक पाने के लिए सड़कों के किनारे बैरिकेडिंग पर खड़ा है।
राष्ट्रपति के रहने तक नाव संचालन पर लगी रोक
वाराणसी में गंगा में नौका संचालन पर रोक लगा दी गई है। राष्ट्रपति के कार्यक्रम समाप्त होने तक गंगा के सभी 88 घाट और उसके पास नौकायन पर प्रतिबंध रहेगा। दशाश्वमेध घाट पर राष्ट्रपति के मंच से लेकर गंगा में 20 मीटर तक आमजन नावों पर बैठकर कार्यक्रम नहीं देख पाएंगे। इस सुरक्षा घेरे में जल पुलिस, PAC, बाढ़ राहत दल और एनडीआरएफ के जवान तैनात रहेंगे। 20 मीटर के दायरे से बाहर नावों पर बैठकर कार्यक्रम देखा जा सकता है।
राष्ट्रपति के सामने होंगी 21 देव कन्याएं और 9 अर्चक
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज शाम करीब 7 बजे दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की आरती देखेंगे। क्रूज पर सवार होकर राष्ट्रपति 21 देव कन्याओं और 9 अर्चक के 45 मिनट तक चलने वाले गंगा पूजन को निहारेंगी। साथ में षोडशोपचार विधि से मां गंगा का अनुष्ठान कर प्रसाद ग्रहण करेंगी। दशाश्वमेध घाट को रंग-बिरंगे फूलों और झालरों से सजाया गया है। भारी संख्या में घंटा-घड़ियाल भी बांध दिए गए हैं। दीयों से जगमगाते घाट और टिमटिमाती लाइट देव दीपावली का एहसास कराएगी। आरती की पूरी जिम्मेदारी गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र, कोषाध्यक्ष आशीष तिवारी, सचिव हनुमना यादव समेत अन्य कई पदाधिकारी के पास है।