प्रयागराज: सामूहिक हत्याकांड में आया नया मोड़
(रणभेरी): प्रयागराज जिले के गंगा पार इलाके के थरवई थाना क्षेत्र के खेवराजपुर गांव में शनिवार को अधेड़ दंपती समेत एक ही परिवार के पांच लोगों की नृशंस हत्या कर दी गई। उन्हें पीट-पीटकर और नुकीले हथियार से गोद-गोदकर मौत के घाट उतार दिया गया। मृतकों में दंपती की बहू व बेटी भी शामिल हैं। हत्यारों ने दंपती की एक साल की पौत्री को भी मार डाला। कत्ल के बाद घर के एक कमरे को आग के हवाले कर हत्यारे फरार हो गए। थरवई में हुए सामूहिक हत्याकांड में हत्यारों ने बर्बरता की सभी हदें पार कर दीं। हाल यह रहा कि ग्रामीण ही नहीं, जवान और पुलिस अफसर भी हैवानियत देख स्तब्ध थे। हत्यारों के सिर पर किस कदर खून सवार था, इसका पता इसी से चलता है कि एक साल की मासूम साक्षी को देखकर भी उनका दिल नहीं पसीजा। उन्होंने सोते वक्त ही सिर पर वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया था। इस घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने चारपाई पर मृत पड़ी मां के ठीक बगल में उसका शव पड़ा देखा तो उनका भी कलेजा मुंह को आ गया।
वहीं परिवार के बचे एक मात्र पुरुष सदस्य पीड़ित सुनील यादव ने इस जघन्य हत्या कांड के खुलासे के लिए सीएम योगी से सीबीआई जांच की मांग की है। सुनील ने कहा है कि वह उसके परिवार के पांच लोगों की नृशंस हत्या कर दी गई है। लिहाजा वह सीएस योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर अपनी बात रखना चाहता है। मृतक दंपति के बेटे सुनील यादव ने पुलिस को दो युवकों के बारे में बताया। इनमें से एक उसकी पत्नी का रिश्तेदार है जबकि दूसरा गांव का ही पशु व्यापारी है। पत्नी के रिश्तेदार युवक से उसका विवाद भी हुआ था क्योंकि वह पत्नी को फोन करता था। उधर पशुओं का व्यापार करने वाले युवक से करीब 15 दिन पहले उसके पिता से विवाद हुआ था। यह जानकारी मिलने के बाद पुलिस दोनों की तलाश में जुट गई है।रविवार को पुलिस ने एक बार फिर सुनील से पूछताछ की तो कुछ अहम बातें सामने आईं। उसने बताया कि उसके ससुराल पक्ष का एक युवक उसकी पत्नी को फोन करता था। यह पत्नी का रिश्तेदार था, ऐसे में शादी के बाद उसके घर भी आता-जाता रहता था। बाद में एक दिन पता चला कि वह उसकी पत्नी को अक्सर फोन किया करता था। मना करने के बावजूद वह कॉल करता था।
इस बात की जानकारी पत्नी ने दी तो उसने रिश्तेदार युवक को फोन कर फटकारा भी था। इसके बावजूद वह नहीं माना तो एक दिन फोन पर ही गालीगलौज भी हो गई थी। लेकिन यह घटना करीब एक साल पहले की है। इसके अलावा उसने एक अन्य युवक के बारे में बताया।कहा कि करीब 15 दिन पहले इस युवक से उसके पिता का विवाद हुआ था। गांव में ही रहने वाला यह युवक पशुओं का व्यापार करता है। उसने उसके पिता से भी पशु खरीदे थे और लेनदेन को लेकर उनका लेनदेन की बात को लेकर विवाद हुआ था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि फिलहाल दोनों युवकों की तलाश की जा रही है। उनसे पूछताछ की जाएगी।
वहीं सुनील का कहना है कि जब वह घटना के बाद मौके पर पहुंचा तो उसकी पत्नी और बहन के शरीर पर कपड़े नहीं थे। इसलिए उसने रेप की आशंका जताई है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में गंभीर चोट लगने से पांचों की मौत होने की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही पुलिस ने रेप की पुष्टि के लिए वैजाइनल स्लाइड और वैजाइनल स्वाब जांच के लिए एफ एस एल लैब भेजा है। पीड़ित के मुताबिक कुछ वर्ष पूर्व उसकी पत्नी से मायके पक्ष के एक लड़के से बात होती थी। जिस पर भी उसने शक जताया है। इसके साथ ही जिस दूध वाले पर सुनील यादव ने कल शक जताया था, पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
अब तक इस मामले में पुलिस 12 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इस मामले के खुलासे के लिए एसएसपी प्रयागराज अजय कुमार ने सात पुलिस टीमों का गठन किया है, लेकिन पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। इस बीच सामूहिक हत्याकांड को लेकर सियासत भी तेज हो गई है। शनिवार को ही जहां प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव यहां पहुंचे थे और पीड़ित सुनील यादव से मुलाकात कर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया था।
अफसरों का कहना है कि पोस्मार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म के संबंध में पुष्टि के प्रमाण नहीं मिले है। ऐसे में इस बारे में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जिस तरह से चोटों की बात सामने आई है, उससे यही लग रहा है कि किसी ठोस, वजनी चीज के साथ ही नुकीले औजार का भी इस्तेमाल हत्या में किया गया। हो सकता है कि यह औजार लोहे की रॉड, डंडा और सब्बल हों। दरअसल पूर्व में इस तरह के सामूहिक हत्याकांडों में इन औजारों का इस्तेमाल किए जाने की बात सामने आ चुकी है।यही नहीं कुछ घटनाओं में हत्या में प्रयुक्त औजार बरामद भी किए जा चुके हैं। फिलहाल पुलिस अफसरों का कहना है कि हत्यारों के पकड़े जाने के बाद ही कुछ स्पष्ट कहा जा सकेगा।