प्रयागराज में सड़क पर मगरमच्छ का तांडव
(रणभेरी): संगमनगरी में इन दिनों दोनों नदिया उफान पर है। गंगा-यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। दोनों खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। वही आज प्रयागराज में शनिवार सुबह गंगा से सटे सलोरी इलाके में मगरमच्छ सड़क पर आ गया। 10-12 फीट लंबे मगरमच्छ को देखकर लोग डरकर छतों पर चढ़ गए।
इलाके में सभी ने अपने दरवाजे बंद कर लिए। तुरंत पुलिस और वन विभाग को सूचना दी। वन विभाग की टीम आई तो मगरमच्छ को पकड़ने में उनके पसीने छूट गए। काफी मशक्कत के बाद मगरमच्छ को पकड़कर वापस गंगा में छोड़ा गया। गंगा का जलस्तर बढ़ने से मगरमच्छ तैरते हुए गली में आ गया। शनिवार को ही गंगा और यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया। सुबह 8 बजे गंगा जी खतरे का निशान पार कर गईं जबकि यमुना करीब तीन बजे के बाद खतरे के निशान से उपर पहुंच गई हैं। गंगा का जलस्तर 84.94 मीटर पहुंच गया है जबकि खतरे का निशान 84.73 मीटर पर ही है। यहां 10 से ज्यादा इलाकों में पानी भर गया है। गंगा अपने खतरे के निशान से 21 सेमी ऊपर बह रही हैं। प्रयागराज में इसके पहले 2013 में और उसके पहले 1978 में गंगा और यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया था। तब शहर के अधिकांश इलाके पानी से भर गए थे। लोग घर छोड़कर कहीं और शिफ्ट हाे गए थे। अब 2022 में एक बार भी 1978 और 2013 जैसी स्थिति होने के संकेत मिल रहे हैं।