काव्य-रचना

काव्य-रचना

     रिलेशनशिप    

रिलेशनशिप में, हमेशा सब कुछ अच्छा-अच्छा
नहीं होता है,कभी-कभी लड़ाई-झगड़े भी होते हैं,
जरूरी नहीं कि तुम दोनों हर बात में 
एक दूसरे से सहमत हो जाओ,
दो अलग-अलग व्यक्तित्व के लोगों के विचार 
अलग-अलग होना, साधारण सी बात है।
उस वक्त यह मायने नहीं रखता कि तुम कितना 
सही हो, बल्कि यह मायने रखता है कि तुम्हारे लिए 
अपनी टांग ऊपर रखना ज्यादा जरूरी है,
 या तुम दोनों का रिश्ता।
जो भी बात हो, तुम दोनों अगर साथ मिल कर 
उसका सामना करोगे तो जल्द ही कोई 
ना कोई हल मिल जायेगा।
और अगर तुम दोनों खुद को सही,
और एक दूसरे को गलत साबित करने की 
कोशिश करोगे तो, सब कुछ बिगड़ जाएगा।
फैसला तुम्हारा है...।

रिषभ श्रीवास्तव