पिया...तुमको हमारी उमर लग जाए

पिया...तुमको हमारी उमर लग जाए

कपड़े, शृंगार, ज्वैलरी की खरीदारी को उमड़ी महिलाओं की भीड़, ब्यूटी पार्लरों में मेकअप के लिए कराई थी एडवांस बुकिंग 

वाराणसी (रणभेरी सं.)। पति की लंबी उम्र के लिए आज महिलाएं करवा चौथ का व्रत रख रही हैं। सुहागन महिलाएं पूरे दिन निर्जल व्रत रखेंगी। शाम को सौलह श्रंगार से सजने के बाद महिलाएं सबसे पहले गणेश जी की फिर चौथ माता की पूजा करेंगी। इसके बाद चंद्रमा के दर्शन कर के अर्घ्य दिया जाएगा। फिर पति के हाथ से पानी पीकर व्रत खोला जाएगा। इस व्रत से महिलाओं की भी उम्र बढ़ती है। आज शाम 7 से रात तकरीबन 9 बजे तक देशभर में चंद्रमा दिख जाएगा। जो कि पूर्व-उत्तर दिशा के बीच नजर आएगा। पंडितों का कहना है कि मौसम की गड़बड़ी के चलते कभी चंद्रमा न दिखे तो शहर के मुताबिक चंद्र दर्शन के समय पर पूर्व-उत्तर दिशा में चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत पूरा कर सकते हैं। कार्तिक कृष्ण पक्ष की चंद्रोदयव्यापिनी चतुर्थी पर आज शाम को चंद्रमा का दर्शन और अर्घ्य देकर व्रत पूर्ण होगा। इस दौरान महिला 14 घंटा 12 मिनट तक निराजल व्रत रखकर सुख और सौभाग्य की कामना करेंगी। ज्योतिषाचार्य पं. ऋषि द्विवेदी ने बताया कि कार्तिक कृष्ण चतुर्थी तिथि 20 अक्तूबर को दिन में 10:46 बजे लगा और कल यानी 21 अक्टूबर को सुबह 09:00 बजे तक रहेगी। करवा चौथ पर खगोल मंडल में गजकेशरी योग बन रहा है। इसमें वृष राशि रोहिणी नक्षत्र पर उच्च राशि का चंद्रमा का संचरण और पूर्व से देवगुरु बृहस्पति का वृष राशि पर संचरण हो रहा है। एक साथ बृहस्पति एवं चंद्र की युति आकाशमंडल में करवाचौथ व्रतियों के व्रत के पुण्य की अभिवृद्धि कराने वाला होगा। ऐसा योग कभी-कभी कार्तिक कृष्ण चतुर्थी पर बनता है। इसके बाद एक लंबे अंतराल के बाद करवा चौथ पर यह योग निर्मित होगा। 

ब्यूटी पार्लर में बुकिंग रही फुल

करवा चौथ पर पत्नियां अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत करती हैं। वाराणसी की महिलाएं भी इसमें कम नहीं हैं। यह पर्व महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है। करीब एक हफ्ते से स्त्रियां सौंदर्य को निखारने के लिए तरह-तरह के नुस्खे अपना रही हैं। इसमें मैनीक्योर, पेडीक्योर, फेशियल, नेल आर्ट शामिल है। अपने लुक में निखार लाने के लिए मेकअप आर्टिस्ट के पास एडवांस बुकिंग करवाई थी।

साल में 12 चतुर्थी व्रत, लेकिन कार्तिक महीने की करवा चौथ खास

साल में 12 चतुर्थी व्रत होते हैं। हर महीने पति की लंबी उम्र के लिए चौथ व्रत में गणेश पूजा और चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है, लेकिन कार्तिक महीने में आने वाली ये चतुर्थी बेहद खास है। इस व्रत का जिक्र वामन, नारद, पद्म सहित कई पुराणों में है। इनके मुताबिक समृद्धि और सौभाग्य के लिए किए जाने वाले इस करवा चौथ व्रत से पति-पत्नी, दोनों की उम्र भी बढ़ती है।

सतयुग, त्रेता और द्वापर युग में भी किया गया पति के लिए व्रत

पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखने की परंपरा सतयुग से चली आ रही है। इसकी शुरूआत सावित्री के पतिव्रता धर्म से हुई। जब यम आए तो सावित्री ने अपने पति को ले जाने से रोक दिया और अपनी दृढ़ प्रतिज्ञा से पति को फिर से पा लिया। तब से पति की लंबी उम्र के लिए व्रत किए जाने लगे। त्रेतायुग में इक्ष्वाकु, पृथु और हरिशचंद्र के समय से रघुकुल में पतियों के लिए व्रत किया गया। द्वापर युग में पांडवों की पत्नी द्रौपदी की है। वनवास काल में अर्जुन तपस्या करने नीलगिरि के पर्वत पर चले गए थे। द्रौपदी ने अर्जन की रक्षा के लिए भगवान कृष्ण से मदद मांगी। उन्होंने द्रौपदी को वैसा ही उपवास रखने को कहा जैसा माता पार्वती ने भगवान शिव के लिए रखा था। द्रौपदी ने ऐसा ही किया और कुछ ही समय के बाद अर्जुन वापस सुरक्षित लौट आए।