नगर निगम ने आवारा कुत्तों पर कसा शिकंजा, दो महीने में बनेगी कार्ययोजना

वाराणसी (रणभेरी): नगर निगम आवारा कुत्तों की बढ़ती समस्या से निजात दिलाने के लिए दो महीने के भीतर ठोस कार्ययोजना तैयार करेगा। रविवार को टाउनहॉल में मेयर अशोक कुमार तिवारी की अध्यक्षता में हुई नगर निगम सदन की बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक में तय हुआ कि 17 अक्तूबर तक सभी पालतू कुत्तों का पंजीकरण अनिवार्य रूप से पूरा कराया जाएगा। अब तक शहर में केवल 253 लोगों ने पालतू कुत्तों का पंजीकरण कराया है, जबकि पांच हजार से अधिक कुत्ते पाले जा रहे हैं।
मेयर ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बड़ालालपुर स्थित नए सेंटर में जल्द ही आवारा कुत्तों की नसबंदी की प्रक्रिया शुरू की जाए। बैठक में यह भी तय हुआ कि समस्या पर सही जानकारी न देने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वार्डवार तैयार होगा वक्फ संपत्तियों का ब्योरा
भाजपा पार्षद बृजेश चंद्र श्रीवास्तव ने प्रस्ताव रखा कि नगर निगम सीमा के भीतर मौजूद वक्फ बोर्ड की सभी संपत्तियों की सूची पार्षदों को उपलब्ध कराई जाए। मेयर ने राजस्व विभाग को निर्देश दिया कि संपत्तियों का ब्योरा वार्डवार तैयार कर जांच के बाद सदन, कार्यकारिणी और पार्षदों को उपलब्ध कराया जाए।
सफाई व अतिक्रमण पर जोर
भाजपा पार्षद संदीप रघुवंशी ने काशी की छवि सुधारने के लिए चार प्रमुख रेलवे स्टेशनों से बाबा विश्वनाथ मंदिर तक जाने वाले मार्गों पर सफाई व्यवस्था मजबूत करने और अतिक्रमण हटाने का प्रस्ताव रखा। इसी क्रम में भाजपा पार्षद सिंधु लाल सोनकर ने तुलसीपुर स्थित ऋणमुक्तेश्वर महादेव मंदिर तालाब की जमीन पर कब्जे का मुद्दा उठाया, जबकि पार्षद हनुमान प्रसाद ने पथ प्रकाश विभाग में स्थायी अधिशासी अभियंता की तैनाती न होने पर नाराजगी जताई। सदन की बैठक में वरुणा नदी किनारे सफाई व्यवस्था, नगर निगम के नए कार्यालय भवन निर्माण समेत कई मुद्दों पर भी चर्चा हुई।